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ग्रेटर नोएडा4 मिनट पहले
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‘अगर मेरी मौत हुई तो इसके लिए PCP और डेंटल मेडिकल के टीचर जिम्मेदार होंगे। महेंद्र सर और सायरा मैम मेरी मौत के लिए जिम्मेदार हैं। उन्होंने मुझे मानसिक रूप से प्रताड़ित किया, मुझे अपमानित किया। उनकी वजह से लंबे समय से डिप्रेशन में हूं। मैं चाहती हूं कि उन्हें भी यही सब सहना पड़े। सॉरी… मैं अब और नहीं जी सकती।’
ये बातें ग्रेटर नोएडा की शारदा यूनिवर्सिटी की छात्रा ज्योति शर्मा ने अपने सुसाइड नोट में लिखीं। शुक्रवार शाम 7 बजे उसने फांसी लगाकर जान दे दी।
गर्ल्स हॉस्टल मंडेला की 12वीं मंजिल पर कमरे में पंखे से छात्रा का शव लटका मिला। घटना का पता उस वक्त चला, जब साथी छात्रा रूम के पास गई। देखा तो अंदर दरवाजा बंद था। धक्का दिया तो दरवाजा खुल गया, फिर उसने पुलिस और वॉर्डन को सूचना दी।
जैसे ही ज्योति के सुसाइड की खबर फैली, छात्र-छात्राएं इकट्ठा हो गए और हंगामा करने लगे। उन्होंने जुलूस निकालकर यूनिवर्सिटी प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। सूचना पर पहुंची पुलिस से छात्रों की नोकझोंक भी हुई।
ग्रेटर नोएडा के एडिशनल DCP सुधीर कुमार ने बताया-

परिजनों की तहरीर के आधार पर दो लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
3 तस्वीरें देखिए-

गुरुग्राम की रहने वाली ज्योति शर्मा ने हॉस्टल के कमरे में फांसी लगाकर जान दे दी।

ये ज्योति शर्मा का सुसाइड नोट है।

ज्योति की बॉडी फंदे से उतारकर चादर में लपेटकर हॉस्पिटल ले जाया गया।
जानिए पूरा मामला
BDS सेकेंड ईयर की 21 साल की ज्योति शर्मा गुरुग्राम की रहने वाली थी। छात्रों के मुताबिक, हास्टल के 12वें फ्लोर में ज्योति के साथ 3 और छात्राएं रहती हैं। शुक्रवार शाम ज्योति कमरे में अकेली थी। साथी छात्राएं बाहर गई थीं।
शाम करीब 7 बजे एक छात्रा आई। उसने देखा तो कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था। छात्रा ने पुलिस को बताया कि उसके दो बार धक्का देने से दरवाजा खुल गया। देखा तो ज्योति फंदे पर लटकी थी, फिर उसने वार्डन और अन्य स्टूडेंट्स को इसकी सूचना दी।
अब पढ़िए विरोध प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने क्या बताया…
ज्योति को 3 दिन डिपार्टमेंट से भगाया गया
छात्रों ने बताया- ज्योति पर एक फर्जी साइन करने का आरोप लगाया गया था, जिससे वह काफी परेशान चल रही थी। गुरुवार, शुक्रवार और शनिवार को लगातार तीन दिन उसे PCP डिपार्टमेंट से भगा दिया गया। फाइल HOD को दी गई थी।
HOD सर ने कहा था- अपने पैरेंट्स को बुलाओ, तुमने फाइल पर खुद ही साइन कर दिए। सोमवार को उसके माता-पिता आए, तब जाकर ज्योति को उसकी फाइल वापस मिली। शुक्रवार शाम को वह बहुत रो रही थी। उसे फेल करने की धमकी दी जा रही थी। छात्र बोले-इतना टॉर्चर कैसे झेले कोई?

यूनिवर्सिटी के छात्र रात में इकट्ठा हो गए। यूनिवर्सिटी मैनेजमेंट को मौत का जिम्मेदार बताया।
वार्डन ने सुसाइड नोट छिपा लिया था
एक छात्रा ने बताया-ज्योति हमारी बैचमेट थी। जब हम लोग खाना खा रहे थे, तभी खबर मिली कि उसने सुसाइड कर लिया। वार्डन ने उसका सुसाइड नोट छिपा लिया था। शुक्रवार शाम को ज्योति हमसे मिली थी और बहुत परेशान लग रही थी।
चादर में लपेट कर ले गए, पल्स नहीं चेक करने दी
छात्र निर्मल कुमार ने कहा- मुझे दोस्तों से सूचना मिली कि ज्योति ने सुसाइड कर लिया। जब मैं हॉस्टल पहुंचा, तो सिर्फ एक एम्बुलेंस खड़ी थी। पता चला कि ज्योति को एक चादर में लपेटकर ले जाया गया। हमारे इंटर्न ने उसकी पल्स चेक करनी चाही, लेकिन उन्हें छूने तक नहीं दिया गया। वार्डन भी दूरी बनाए हुए थे।

वी वांट जस्टिस… जैसी नारेबाजी करते हुए छात्रों ने यूनिवर्सिटी में विरोध जुलूस निकाला।
छात्रा बोली- यहां न सिक्योरिटी अच्छी, न खाना
छात्रा नव्या ने कहा-मैं ज्योति के माता-पिता के साथ अस्पताल गई थी। वहां देखा कि ज्योति का पूरा शरीर नीला पड़ चुका था। वार्डन बिल्कुल रिस्पॉन्स नहीं कर रहा था। इस शारदा यूनिवर्सिटी में न सुरक्षा अच्छी है, न भोजन की व्यवस्था।
यूनिवर्सिटी मैनेजमेंट ने 5 मेंबर की जांच टीम बनाई इस पूरे मामले पर यूनिवर्सिटी मैनेजमेंट मीडिया से बात करने से बच रहा है। हालांकि, यूनिवर्सिटी ने 5 सदस्यीय टीम बना दी है, जो छात्रा के लगाए आरोपों की जांच कर रही है।
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