नई दिल्ली6 मिनट पहले
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साल में 2 बार बोर्ड एग्जाम का फैसला 2026 से ही लागू होगा। – सिम्बॉलिक फोटो
CBSE यानी सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन साल 2026 से 10वीं क्लास के बोर्ड एग्जाम्स दो बार कराएगा। इसके लिए अब मंजूरी मिल चुकी है। एग्जामिनेशन कंट्रोलर संयम भारद्वाज ने यह जानकारी दी है।
पहली परीक्षा सभी छात्रों के लिए जरूरी होगी। पहली परीक्षा फरवरी और दूसरी मई में होगी। नतीजे अप्रैल और जून में जारी किए जाएंगे। 12वी बोर्ड पर अभी यह फैसला लागू नहीं होगा।

CBSE के इस फैसले को 8 सवाल-जवाब में जानें…
सवाल: दो बार एग्जाम होने का नियम कब से लागू होगा।
जवाब: ये नियम 2025-26 सेशन से लागू होगा। इसका मतलब है कि साल 2026 में बोर्ड एग्जाम 2 बार आयोजित होंगे।
सवाल: क्या दोनों बार एग्जाम देना जरूरी होगा।
जवाब: नहीं। स्टूडेंट्स के पास 3 ऑप्शन होंगे।
1. साल में एक बार परीक्षा दें।
2. दोनों परीक्षाओं में शामिल हों।
3. किसी सब्जेक्ट में अच्छा परफॉर्म न कर पाने पर, दूसरी परीक्षा में उस विषय का दोबारा एग्जाम दें।
सवाल: अगर एग्जाम 2 बार दिए हैं, तो रिजल्ट कैसे तय होगा।
जवाब: जो स्टूडेंट्स दोनों बार बोर्ड एग्जाम में शामिल होंगे, उनका वो रिजल्ट फाइनल माना जाएगा, जो बेहतर होगा। यानी अगर दूसरी बार एग्जाम देने पर नंबर घट जाएंगे, तो पहली परीक्षा के नंबर ही फाइनल माने जाएंगे।
सवाल: अगर एग्जाम 2 बार दिए हैं, तो रिजल्ट कैसे तय होगा।
जवाब: जो स्टूडेंट्स दोनों बार बोर्ड एग्जाम में शामिल होंगे, उनका वो रिजल्ट फाइनल माना जाएगा, जो बेहतर होगा। यानी अगर दूसरी बार एग्जाम देने पर नंबर घट जाएंगे, तो पहली परीक्षा के नंबर ही फाइनल माने जाएंगे।
सवाल: क्या दो एग्जाम्स के बाद सप्लीमेंट्री एग्जाम भी देने का मौका मिलेगा।
जवाब: नहीं। 10वीं के लिए सप्लीमेंट्री एग्जाम अब खत्म कर दिया जाएगा।
सवाल: क्या दोनों बार बोर्ड परीक्षाओं के लिए अलग-अलग एग्जाम सेंटर मिलेगा।
जवाब: नहीं। दोनों परीक्षाओं के लिए एग्जाम सेंटर एक ही रहेगा।
सवाल: क्या दोनों परीक्षाओं के लिए रजिस्ट्रेशन अलग-अलग करना होगा? फीस भी 2 बार लगेगी।
जवाब: नहीं। दोनों परीक्षाओं के लिए रजिस्ट्रेशन एक ही बार करना होगा। हालांकि, दो बार परीक्षा देने का ऑप्शन चुनने पर फीस एक साथ ली जाएगी।
सवाल: क्या प्रैक्टिकल एग्जाम भी 2 बार होंगे।
जवाब: नहीं। प्रैक्टिकल और इंटरनल एग्जाम एक ही बार होंगे। ये पहले की तरह दिसंबर-जनवरी में आयोजित किए जाएंगे।
सप्लीमेंट्री परीक्षा खत्म होगी
नए सिस्टम के लागू होने के बाद सप्लीमेंट्री परीक्षा नहीं होगी। स्टूडेंट्स को ऑप्शन मिलेगा कि वे साल में एक बार एग्जाम दें या दोनों एग्जाम में शामिल हों। यदि कोई स्टूडेंट दोनों परीक्षाएं देता है, तो उसके बेस्ट स्कोर को ही फाइनल माना जाएगा। साथ ही, यदि कोई स्टूडेंट किसी सब्जेक्ट में अच्छा परफॉर्म नहीं कर पाता है, तो वह दूसरी बार में उस सब्जेक्ट को दोबारा दे सकेगा।
सूत्रों की मानें तो जरूरी नहीं होगा कि स्टूडेंट पहली और दूसरी परीक्षा में सभी सब्जेक्टस का एग्जाम दे और दूसरी में भी वही दोहराए। वह अपने नंबर में सुधार के लिए सिर्फ उस सब्जेक्ट की परीक्षा दे सकेगा जिसमें उसके मार्क्स अच्छे नहीं हैं।