गुरुवार का तारापुर गांव में दो शव लाए गए। मृतकों के परिवार बिलख पड़े।
गुजरात के गांधीनगर से केदारनाथ जा रही इनोवा कार 30 जून को हादसे का शिकार हो गई थी, जिसमें गांधीनगर के चार दोस्तों की मौत हो गई। एक अन्य घायल की हालत भी गंभीर बनी हुई है। गुरुवार को चारों के शव गांव पहुंचे। शवयात्रा में पूरा गांव शामिल हुआ। हादसे का श
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बुधवार को दो शव तारापुर और दो शव सरगासण गांव में लाए गए।
फ्लाईओवर की रेलिंग तोड़कर खेत में गिरी कार गांधीनगर जिले के तारापुर से 3 और सरगासण गांव से 2 समेत 5 दोस्त 29 जून को इनोवा कार से केदारनाथ के लिए निकले थे। इसी दौरान मुजफ्फरनगर के पानीपत-खातीमा नेशनल हाईवे के मोड़ पर कार हादसे का शिकार हो गई। कार की स्पीड ज्यादा थी, जिससे चालक कार पर नियंत्रण नहीं रख सका। कार फ्लाईओवर की रेलिंग तोड़कर खेत में जा गिरी।
खेत में पानी भरा हुआ था। इसके चलते चारों दोस्तों की मौके पर ही मौत हो गई। गांववालों ने एक को किसी तरह बचा लिया। हालांकि, उसकी हालत भी गंभीर है। जिगर को इलाज के लिए कुडासण लाया गया है। जानकारी मिली है कि इनोवा कार में बैठे किसी भी व्यक्ति ने सीट बेल्ट नहीं लगाई थी, जिससे एयरबैग नहीं खुला।

केदारनाथ के लिए रवाना होने के दौरान पांचों दोस्त की फोटो।
पिता ने कार से जाने मना किया था दो युवकों के शव बुधवार को तारापुर लाए गए। पिता की चित्कार से हर कोई कांप उठा। युवकों के अंतिम संस्कार के दौरान पूरा गांव गमगीन था। मृतक अमित ठाकोर के पिता मनुजी ठाकोर जो तालुका पंचायत सदस्य भी हैं, ने कहा कि मेरे बेटे ने मुझे फोन करके कहा ‘पापा मैं केदारनाथ जा रहा हूं…’ तो मैंने उसे मना किया था कि बेटा तू बार-बार क्यों जाता है।
पिछली बार जाने को अभी एक साल भी पूरा नहीं हुआ है। वह किसी और की गाड़ी में गया था। सरसागण निवासी करण ठाकोर का डीजे का कारोबार था, जिसमें भरत भी शामिल था। दोनों दोस्त डीजे का कारोबार करते थे। करण के परिवार में मां, बड़ा भाई राजू, पत्नी और पांच साल का बेटा है।