21 मिनट पहले
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सिंगर अदनान सामी ने पाकिस्तान को अपने ‘एक्स-लवर’ यानी पुराने आशिक जैसा बताया है। बॉलीवुड बबल को दिए गए इंटरव्यू में जब अदनान सामी से पूछा गया कि उनके संगीत की बजाय उनकी नागरिकता पर बहस क्यों होने लगी, इस पर उन्होंने कहा, “ये कुछ ऐसा है, जैसे कोई पुराना आशिक हो। ये एक अच्छी तुलना है। जब कोई पुराना आशिक आपको आगे बढ़ते हुए देखता है, किसी और के साथ जुड़ते हुए देखता है, तो वो हमेशा आपको नापसंद करने के बहाने ढूंढता है।
अदनान सामी ने आगे कहा, “लेकिन इसकी असली वजह ये होती है कि वो अब तक आपसे उबर नहीं पाया होता। और वो प्यार होता है। हां, अब भी प्यार होता है और प्यार कई बार अजीब-अजीब तरीकों से सामने आता है। आप कह सकते हैं, लेकिन बात बस इतनी है कि मैं कहीं न कहीं समझ सकता हूं कि वो लोग अंदर से क्या महसूस करते हैं।”

अदनान सामी ने उर्दू, हिंदी, अंग्रेजी, तमिल, कन्नड़, मलयालम भाषाओं में सिंगिंग की है।
इंटरव्यू में अदनान सामी ने ये भी कहा, “लेकिन उन्हें उन हालातों के बारे में नहीं पता, जिन्होंने मुझे उस फैसले तक पहुंचाया और किसी के लिए भी, कहीं से भी, ये मान लेना कि उन्हें इसके पीछे की वजहें पता हैं, ये बिल्कुल बेतुकी बात है। इसके पीछे ठोस कारण थे और आखिर में आप ये तर्क दे सकते हैं कि, ‘दुनिया भर में लोग हर वक्त माइग्रेट कर रहे हैं तो फिर उनके साथ ये विवाद क्यों नहीं होता?’
अदनान सामी ने आगे कहा, “सबसे पहली बात, भारत और पाकिस्तान के बीच जो जियो पॉलिटिकल माहौल है, उसकी वजह से ये टकराव है, जिसकी वजह हम सब जानते हैं, लेकिन उससे भी बड़ा कारण है ये ‘एक्स-लवर सिंड्रोम’ है।”
सिंगर को 2016 में मिली थी भारतीय नागरिकता बता दें, अदनान का जन्म इंग्लैंड में हुआ था। अदनान के पिता अरशद सामी खान पाकिस्तानी थे और उनकी मां नूरीन खान जम्मू से थीं। अदनान के पास पहले पाकिस्तानी नागरिकता थी। दिसंबर 2016 में सिंगर को भारतीय नागरिकता मिली। उन्हें भारतीय नागरिकता के लिए 18 साल तक इंतजार करना पड़ा था।
पाकिस्तानी पूर्व मंत्री ने नागरिकता पर उठाया था सवाल वहीं, पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान के पूर्व सूचना एवं प्रसारण मंत्री फवाद चौधरी ने सिंगर अदनान सामी की नागरिकता पर भी सवाल उठाया था। दरअसल, एक्स पर एक भारतीय पत्रकार ने पहलगाम हमले के बाद केंद्र के फैसले के बारे में लिखा था, जिसमें पाकिस्तानी नागरिकों को भारत छोड़ने के लिए कहा गया है। इस घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए फवाद चौधरी ने लिखा था, ‘अदनान सामी के बारे में क्या?’

सिंगर ने इस मामले में अपना रिएक्शन भी दिया था। अदनान ने फवाद चौधरी के ट्वीट को शेयर करते हुए लिखा था- ‘इस अनपढ़ मूर्ख को कौन बताए।’

अदनान के पिता पाकिस्तान एयरफोर्स में पायलट और 14 देशों में राजदूत रह चुके हैं
1986 में इंग्लिश एल्बम से शुरू किया था करियर अदनान के करियर की बात करें तो उन्होंने साल 1986 में इंग्लिश एल्बम से शुरुआत की थी। 1981 में उस्ताद जाकिर हुसैन के साथ उनका पहला क्लासिकल एल्बम आया। साल 2000 में आशा भोंसले के साथ अदनान ने ‘कभी तो नजर मिलाओ’ एल्बम बनाया। उसके बाद अमिताभ बच्चन के साथ मिलकर ‘लिफ्ट करा दे’, ‘कभी नहीं’ जैसे हिट एल्बम बनाए। उनका दूसरा स्टूडियो एल्बम, तेरा चेहरा अक्टूबर 2002 में रिलीज हुआ था।

अदनान सामी को 2020 में भारत सरकार ने ‘पद्म श्री’ से सम्मानित किया था।
वहीं फिल्मों की बात करें तो ‘लकी: नो टाइम फॉर लव’ में सुन जरा और ‘बजरंगी भाईजान’ की भर दो झोली मेरी जैसे कई हिट गाने दिए हैं। इसके अलावा ‘ये रास्ते हैं प्यार के’, ‘धमाल’, ‘1920’, ‘चांस पे डांस’, ‘मुंबई सालसा’, ‘खूबसूरत’, ‘सदियां’ और ‘शौर्य’ जैसी फिल्मों में भी गाना गाया है।