Mercury transit in Cancer zodiac sign, budh ka rashifal, budh ka rashi parivartan in hindi, budh kark rashi me | बुध का राशि परिवर्तन: बुध 18 जुलाई को होगा वक्री, 18 अगस्त को मार्गी और 30 अगस्त तक कर्क राशि में रहेगा, जानिए आपकी राशि पर असर


1 घंटे पहले

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बुध ग्रह 22 जून को कर्क राशि में प्रवेश कर चुका है और यह 18 जुलाई को वक्री हो जाएगा। इसके बाद यह 18 अगस्त को पुनः मार्गी होगा और फिर 30 अगस्त को सिंह राशि में प्रवेश करेगा। बुध को नवग्रहों में राजकुमार की उपाधि प्राप्त है। ये ग्रह विशेष रूप से बुद्धि, वाणी, तर्क, व्यापार, लेखन, और संचार का प्रतिनिधित्व करता है। बुध ग्रह मिथुन और कन्या राशियों का स्वामी है और जब यह किसी राशि में प्रवेश करता है तो सभी राशियों पर सकारात्मक या नकारात्मक प्रभाव डालता है।

इस बार बुध का कर्क राशि में गोचर और फिर वक्री होना कई राशियों के लिए विशेष घटनाओं का कारण बन सकता है। आइए उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा से जानते हैं, बुध ग्रह का ये राशि परिवर्तन आपकी राशि के लिए क्या संकेत दे रहा है…

बुध का चतुर्थ भाव में गोचर आपके लिए कुछ मुश्किलें खड़ी कर सकता है। व्यापारिक क्षेत्रों में हानि की संभावना है, इसलिए निवेश सोच-समझकर करें। स्वास्थ्य की दृष्टि से मूत्र संबंधित रोग या गले की समस्याएं परेशान कर सकती हैं। मानसिक तनाव बढ़ सकता है और पारिवारिक माहौल में असंतुलन बना रह सकता है। साथ ही भाइयों से किसी प्रकार का वाद-विवाद होने की भी आशंका है। सतर्कता आवश्यक है।

  • वृषभ राशि

बुध तृतीय भाव में है, जिससे आपके पराक्रम और साहस में वृद्धि होगी। छोटे भाई-बहनों से सहयोग प्राप्त होगा और पारिवारिक सामंजस्य बेहतर रहेगा। कामकाज की गति तेज होगी और कुछ रुके हुए कार्यों को पूरा करने का अवसर मिलेगा। कुल मिलाकर यह समय आपके लिए शुभ संकेत लेकर आएगा।

  • मिथुन राशि

राशि स्वामी बुध इस समय द्वितीय भाव में रहेगा, जो आर्थिक दृष्टिकोण से अत्यंत लाभदायक स्थिति मानी जाती है। आय में वृद्धि होगी और खर्चों पर नियंत्रण बना रहेगा। समय पर कार्य पूरे होंगे और नई जिम्मेदारियां या प्रोजेक्ट भी मिल सकते हैं। पारिवारिक जीवन में सुख बढ़ेगा और जीवन साथी के साथ संबंधों में सुधार देखने को मिलेगा। चिंता और तनाव में कमी आएगी।

  • कर्क राशि

बुध का आपकी ही राशि में प्रवेश कोई विशेष लाभ नहीं दिला पाएगा, लेकिन यह आपको कुछ आध्यात्मिक अवसर अवश्य देगा। संतान से सहयोग की संभावना है, हालांकि मानसिक चिंता में थोड़ी बढ़ोतरी हो सकती है। धार्मिक स्थलों की यात्रा का योग बन सकता है, जो मानसिक शांति दिला सकता है। कुल मिलाकर यह एक मिश्रित समय है।

  • सिंह राशि

बुध द्वादश भाव में गोचर कर रहा है, जो कुछ हद तक सावधानी की मांग करता है। व्यापार में नुकसान से बचने के लिए सोच-समझकर निर्णय लें। किसी को उधार देने से बचें, क्योंकि धन वापसी में कठिनाई हो सकती है। कामकाज में लापरवाही नुकसानदेह साबित हो सकती है। आर्थिक स्थिति में कुछ बाधाएं आ सकती हैं और अनिद्रा या अत्यधिक नींद की समस्या भी हो सकती है।

  • कन्या राशि

राशि स्वामी बुध एकादश भाव में होने से यह समय अत्यंत शुभ रहेगा। आय में वृद्धि के योग हैं और आपको नए लोगों से जुड़ने का अवसर मिलेगा, जिससे भविष्य में लाभ हो सकता है। किसी यात्रा पर जाने का अवसर मिलेगा जो लाभदायक सिद्ध हो सकता है। कार्यक्षेत्र में प्रगति होगी और मनचाहे परिणाम मिल सकते हैं।

  • तुला राशि

बुध दशम भाव में गोचर करेगा, जिससे आपके सभी कार्य सफलतापूर्वक पूरे होंगे। कोर्ट-कचहरी के मामलों में सफलता मिलने की संभावना है। मित्रों से सहयोग प्राप्त होगा, जो आपके कार्यों को और अधिक सुचारु बनाने में सहायक रहेगा। पिता के माध्यम से धन लाभ होने की संभावना है। सामाजिक प्रतिष्ठा भी बढ़ेगी।

  • वृश्चिक राशि

बुध नवम भाव में स्थित रहेगा। यह गोचर आपके लिए कुछ मिश्रित परिणाम लेकर आ सकता है। शत्रु पक्ष सक्रिय हो सकते हैं, लेकिन ज्यादा नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ेगा। नए काम मिलने की संभावना है और आपकी मेहनत का उचित फल मिलेगा। किस्मत भी साथ देगी।

अष्टम भाव में बुध का गोचर कुछ चुनौतियों को जन्म दे सकता है। व्यापार और नौकरी में सतर्कता बरतें, क्योंकि कार्यक्षेत्र में बाधाएं आ सकती हैं। कुछ लोग आपके खिलाफ झूठे आरोप लगाने का प्रयास कर सकते हैं। पराक्रम में कमी और धन हानि की आशंका है। इस समय संयम और विवेक से कार्य करना बेहतर रहेगा।

बुध सप्तम भाव में होने से वैवाहिक जीवन में उत्पन्न तनाव धीरे-धीरे समाप्त हो सकता है। जीवन साथी से प्रेम और आपसी समझ में वृद्धि होगी। व्यापार और नौकरी दोनों ही क्षेत्रों में यह समय लाभकारी सिद्ध होगा। सहयोगियों से समर्थन प्राप्त होगा। यदि आप प्रेम विवाह करना चाहते हैं, तो इस समय सफलता मिलने की संभावना अधिक है।

  • कुंभ राशि

षष्ठम भाव में बुध का गोचर मानसिक रूप से थोड़ी कमजोरी का संकेत दे रहा है। याददाश्त कमजोर हो सकती है और कार्यों के प्रति आलस्य हावी हो सकता है। नींद की अधिकता भी देखने को मिल सकती है, जिससे कार्यक्षमता प्रभावित हो सकती है। इस समय आपको अनुशासन और आत्मनियंत्रण की आवश्यकता है।

पंचम भाव में बुध का गोचर कार्यक्षेत्र में विस्तार का संकेत देता है। व्यापार में नए अवसर मिलेंगे और धन लाभ के योग बनेंगे। नई जगहों की यात्रा करने का अवसर मिलेगा, जिससे भविष्य में लाभ मिलने की संभावना है। यह समय आपकी रचनात्मकता को भी निखारने में सहायक हो सकता है।

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