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भुवनेश्वर11 मिनट पहले
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ओडिशा के बोलनगीर जिले में पुलिस ने सोमवार को एक 28 दिन की बच्ची को बचाया। बच्ची को उसके माता-पिता ने गरीबी के कारण कथित तौर पर 20 हजार रुपए में बेच दिया था।
टिटलागढ़ उप-मंडल पुलिस अधिकारी कल्याण बेहरा ने बताया कि पुलिस ने बरगढ़ जिले के पाइकमल में एक दंपति के घर से इस बच्ची को बचाया। पुलिस ने उसे बाल कल्याण समिति (CWC) को सौंप दिया। फिलहाल मामले में शिकायत दर्ज नहीं की गई है, न ही किसी को गिरफ्तार नहीं किया है।
बोलनगीर जिले की CWC प्रभारी अध्यक्ष लीना बाबू ने पुष्टि कर बताया कि मामले की जांच शुरू नहीं की है क्योंकि बच्ची को बचाना प्राथमिकता थी। अब जांच शुरू की जाएगी और पुलिस में शिकायत दर्ज कराएंगे।

दंपति ने आरोपों से इनकार किया
टिटिलागढ़ उप-मंडल के भलेईगांव पंचायत अंतर्गत बागडेरा गांव में रविवार को बच्चे बेचने का कथित मामला सामने आया। दंपति नीला और कनक राणा पर गरीबी के कारण अपनी नवजात बेटी को 20 हजार रुपए में बेचने का आरोप है। हालांकि, पाइकमल के दंपति ने बच्चे को खरीदने के आरोपों से इनकार किया। उन्होंने कहा कि बच्ची के असल माता-पिता काफी गरीब हैं इसलिए वे लोग बच्ची को अपने पास ले आए।
अधिकारियों ने बताया कि नीला और कनक दोनों ने दोबारा शादी की है। नीला की पहली पत्नी से तीन बेटियां हैं, जबकि कनक की पिछली शादी से एक बेटी है। आर्थिक तंगी के कारण राणा दंपति ने कथित तौर पर बच्ची को दूसरे परिवार को सौंप दिया।
नीला राणा ने CWC को बताया- ‘हमने उसे बेचा नहीं है। हमने बच्ची को उसकी बेहतर परवरिश के लिए दिया है, पैसों के लिए नहीं।’
इससे पहले नवंबर 2024 में पुलिस और CWC ने एक नवजात को बचाया था, जिसे कथित तौर पर उसकी मां ने जन्म के बाद छत्तीसगढ़ के रायपुर के एक निजी अस्पताल को बेच दिया था। यह घटना बोलनगीर जिले के लाथोर क्षेत्र की है।
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