नई दिल्ली9 मिनट पहले
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सुप्रीम कोर्ट ने राहुल गांधी के गलवान घाटी संघर्ष पर की टिप्पणी पर सुनवाई की।
सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी को फटकार लगाई। पूछा- आपको कैसे पता चला कि चीन ने भारत की 2000 वर्ग KM जमीन पर कब्जा कर लिया है? विश्वसनीय जानकारी क्या है? अगर आप सच्चे भारतीय होते, तो ऐसा नहीं कहते।
कोर्ट ने कहा- जब सीमा पार संघर्ष चल रहा हो, तो क्या आप ये सब कह सकते हैं? आप संसद में सवाल क्यों नहीं पूछ सकते? आप (राहुल गांधी) विपक्ष के नेता हैं, संसद में बोलें, सोशल मीडिया पर नहीं बोलें।’
हालांकि, कोर्ट ने राहुल गांधी को सेना पर टिप्पणी मामले में राहत दी है। राहुल गांधी की समन के खिलाफ याचिका पर उत्तर प्रदेश सरकार और शिकायतकर्ता को नोटिस जारी किया है।
साथ ही कोर्ट ने राहुल गांधी के खिलाफ निचली अदालत में चल रही कार्यवाही पर रोक लगा दी।

राहुल गांधी ने लद्दाख दौरे पर 25 अगस्त, 2022 को कारगिल में रैली की थी। उन्होंने दावा किया था कि चीन ने भारत की हजारों किमी जमीन पर कब्जा किया है।
राहुल गांधी ने 2022 में लद्दाख दौरे पर कारगिल में रैली की थी। वहां उन्होंने दावा किया था कि चीन ने भारत की हजारों किमी जमीन पर कब्जा किया है। इस पर लद्दाख के उपराज्यपाल (LG) ब्रिगेडियर (रिटायर्ड) बीडी मिश्रा ने कहा था कि चीन का भारत की एक वर्ग इंच जमीन पर भी कब्जा नहीं है।
उन्होंने कहा था- 1962 (भारत-चीन युद्ध) में जो कुछ भी हुआ, उस पर बात करने से कोई फायदा नहीं। आज सीमा की आखिरी इंच जमीन भी हमारे कब्जे में है। भगवान न करे अगर हालात बिगड़े तो सेना मुंहतोड़ जवाब देने के लिए तैयार है।
राहुल बोले- चीन ने हमारी 4 हजार वर्ग किमी जमीन कब्जाई
3 अप्रैल को लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने भारत-चीन के राजनयिक संबंधों की 75वीं सालगिरह के जश्न को लेकर सरकार को घेरा था।
उन्होंने कहा था कि चीन हमारे 4 हजार वर्ग किमी इलाके पर कब्जा करके बैठा है, लेकिन मुझे यह देखकर आश्चर्य हुआ कि हमारे विदेश सचिव (विक्रम मिस्री) चीनी राजदूत के साथ केक काट रहे थे।
लोकसभा में शून्यकाल के दौरान राहुल ने कहा था कि हम सामान्य स्थिति के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन उससे पहले हमें अपनी जमीन वापस मिलनी चाहिए।
उन्होंने कहा था कि मुझे पता चला कि राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने चीनी राजदूत को चिट्ठी लिखी है और यह भी हमें दूसरों से पता चल रहा है। चीनी राजदूत भारत के लोगों को बता रहे हैं कि उन्हें चिट्ठी लिखी गई।
2020 की गलवान झड़प में 20 भारतीय जवान शहीद हुए

2020 में चीन ने ईस्टर्न लद्दाख के सीमावर्ती इलाकों में एक्सरसाइज के बहाने सैनिकों को जमा किया था। इसके बाद कई जगह पर घुसपैठ की घटनाएं हुई थीं।
भारत सरकार ने भी इस इलाके में चीन के बराबर संख्या में सैनिक तैनात कर दिए थे। हालात इतने खराब हो गए कि वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर गोलियां चलीं।
इसी दौरान 15 जून को गलवान घाटी में चीनी सेना के साथ हुई झड़प में 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे। भारत ने भी इसका मुंहतोड़ जवाब दिया था। इसमें 40 चीनी सैनिक मारे गए थे।