Ahmedabad plane crash survivor Vishwas Kumar in Trauma | अहमदाबाद प्लेन क्रैश में जीवित बचे विश्वास कुमार सदमे में: पिता ने कहा- रात-रात भर नहीं सोता बेटा, चिंता में मां भी बीमार हो गई

[ad_1]

अहमदाबाद4 मिनट पहलेलेखक: जिग्नेश कोटेचा

  • कॉपी लिंक
अहमदाबाद प्लेन क्रैश में एकमात्र जीवित बचे विश्वास कुमार (सफेद टी-शर्ट और ब्लैक पेंट में)। - Dainik Bhaskar

अहमदाबाद प्लेन क्रैश में एकमात्र जीवित बचे विश्वास कुमार (सफेद टी-शर्ट और ब्लैक पेंट में)।

अहमदाबाद विमान हादसे को डेढ़ महीना हो गया है, लेकिन कई पीड़ित परिवार अभी भी 270 लोगों की जान लेने वाली इस त्रासदी के सदमे से उबर नहीं पाए हैं।

कुछ ऐसा ही हाल विमान हादसे में जीवित बचे एकमात्र यात्री विश्वास कुमार भालिया का है, जिसने अपने भाई अजय को अपनी आंखों के सामने हादसे में मरते देखा।

वे अब तक सदमे से उबर नहीं पाए हैं। विश्वास के परिवार का कहना है कि उसे नींद नहीं आती। रात-रात भर जागता रहता है। इस वजह से उसका एक छोटे बच्चे की तरह हर समय ध्यान रखना पड़ रहा है। परिवार के अलावा दोस्त भी लगातार उनका हौसला बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं।

यह फुटेज 12 जून की है। विश्वास (लाल घेरे में) प्लेन क्रैश वाली जगह से बाहर आते हुए।

यह फुटेज 12 जून की है। विश्वास (लाल घेरे में) प्लेन क्रैश वाली जगह से बाहर आते हुए।

पिता बोले- अपने कमरे से बाहर नहीं निकलता है विश्वास

  • मानसिक आघात पहुंचा: दिव्य भास्कर ने विश्वास के पिता रमेशभाई भालिया से फोन पर बात की तो उन्होंने भी बेटे ही हालत को लेकर चिंता जताई। बताया, ‘ बेटा विश्वास अपने कमरे तक ही सीमित होकर रह गया है। वह ज्यादातर समय वहीं बिताता है। उसे मानसिक आघात पहुंचा है, जिससे वह अब तक उबर नहीं पाया है। आप अंदाजा लगा सकते हैं कि उसने अपनी आंखों से कितना भयावह दृश्य देखा था।’ उन्होंने बताया, ‘हादसे में सगे भाई की भी मौत हो गई। दोनों भाई जिगरी दोस्त की तरह रहा करते थे। यहां तक कि लंदन से भारत भी साथ ही आया जाया करते थे। घर के माहौल की बात करें तो पूरा परिवार तनाव में है। पत्नी भी बीमार है और बेटे की चिंता में उसका भी खाना-पीना छूट गया है। एक बेटे की मौत हो गई है और दूसरा बेटे सदमे में है तो आप समझ सकते हैं कि परिवार की हालत कैसी होगी।’
  • आधी रात को जाग जाता: चचेरे भाई सनी ने बताया, “विश्वास अभी तक सदमे से उबर नहीं पाया है। देर रात तक उसे नींद ही नहीं आती। अगर सोता भी है तो चौंककर नींद से जाग जाता है और फिर दुबारा नहीं सोता। हम उसे इलाज के लिए मनोचिकित्सक के पास भी ले जा चुके हैं। हमारे रिश्तेदार और कई अन्य लोग के लगातार कॉल्स आते रहते हैं, लेकिन विश्वास किसी से बात नहीं करता।” विश्वास मीडिया से दूर रहते हैं। दिव्य भास्कर की टीम ने किसी तरह विश्वास से संपर्क किया तो उन्होंने कहा, ‘अभी मेरी मानसिक स्थिति ठीक नहीं है, हम शांति से सारी बातें करेंगे।’
हादसे के एक दिन बाद 13 जून को PM मोदी ने अस्पताल में विश्वास भालिया से मुलाकात की थी।

हादसे के एक दिन बाद 13 जून को PM मोदी ने अस्पताल में विश्वास भालिया से मुलाकात की थी।

मौसी बोली- 6-7 महीने दीव और 4-5 महीने लंदन में रहते थे

विश्वास भालिया की मौसी रमाबेन भालिया।

विश्वास भालिया की मौसी रमाबेन भालिया।

विश्वास भालिया की मौसी रमाबेन भालिया ने दिव्य भास्कर को बताया कि विश्वास और अजय के पिता रमेशभाई बावाभाई भालिया 25 साल से लंदन में रह रहे थे। रमेशभाई के चार बेटे विश्वास, अजय, सनी और नयन हैं। सभी लंदन में ही रहते हैं। विश्वास और अजय शादीशुदा हैं और उनकी पत्नियां और बच्चे भी लंदन में रहते हैं।

विश्वास और अजय की दीव में गार्मेंट की दुकान थी, लेकिन कोरोना काल में वह बंद हो गई तो उन्होंने फिशिंग बोट खरीद ली थी। इसके चलते दोनों भाई ठंड से गर्मी के मौसम तक दीव मे पैतृक घर पर रहते थे। मानसून की शुरुआत में लंदन लौट जाते थे। विश्वास और अजय हर साल 6-7 महीने से दीव और चार-पांच महीने लंदन में रहते थे।

विमान हादसे में जीवित बचे विश्वास का एक तीन साल का बेटा है। वहीं, उनके भाई अजय की दो बेटियां थीं, जिनकी लंदन में बीमारी के चलते मौत हो चुकी है। अन्य भाई और माता-पिता लंदन में रहते हैं और सभी अब ब्रिटिश नागरिक हैं।

उड़ान के कुछ देर बाद ही प्लेन बीजे मेडिकल कॉलेज ऐंड सिविल हॉस्पिटल के हॉस्टल की बिल्डिंग से टकरा गया था।

उड़ान के कुछ देर बाद ही प्लेन बीजे मेडिकल कॉलेज ऐंड सिविल हॉस्पिटल के हॉस्टल की बिल्डिंग से टकरा गया था।

270 लोगों की मौत हुई थी प्लेन हादसे में बीती 12 जून को एअर इंडिया की उड़ान संख्या AI 171 अहमदाबाद से लंदन जा रही थी। इसी दौरान प्लेन क्रैश हो गया था। प्लेन में 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली और एक कनाडाई नागरिक समेत कुल 230 यात्री सवार थे। इनमें 103 पुरुष, 114 महिलाएं, 11 बच्चे और 2 नवजात शामिल हैं। बाकी 12 क्रू मेंबर्स थे।

विमान दुर्घटना में न केवल उसमें सवार लोगों की मौत हुई, बल्कि अहमदाबाद मेडिकल कॉलेज के कुछ डॉक्टरों की भी जान चली गई थी। क्योंकि, विमान मेडिकल कॉलेज के छात्रावास से टकराया था। हादसे में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी का भी निधन हो गया।

———————————————————————–

अहमदाबाद प्लेन हादसे से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें…​​​​

1. देखिए अहमदाबाद प्लेन क्रैश PHOTOS में, सड़कों पर लाशें बिखरीं, शरीर जले-पहचानना मुश्किल

गुजरात के अहमदाबाद में एयर इंडिया प्लेन क्रैश में 100 से ज्यादा यात्री मारे गए हैं। अहमदाबाद से लंदन जा रहे विमान में 242 यात्री सवार थे। हादसे के बाद पूरे इलाके में धुएं का गुबार दिखाई दिया। (पूरा हादसा देखने के लिए क्लिक करें)

2. अहमदाबाद सिविल अस्पताल में स्ट्रेचर कम पड़े तो हाथ ठेले से लेकर पहुंचे शव, अस्पताल में ओ निगेटिव ब्लड की कमी

अहमदाबाद प्लेन क्रैश होने के बाद हादसे के शिकार लोगों को इलाज के लिए सिविल अस्पताल लाया जा रहा है। अस्पताल में स्ट्रेचर कम पड़े तो हाथ ठेले से शवों को ले जाया जा रहा है। अस्पताल में ओ निगेटिव ब्लड की कमी होने के बाद ब्लड डोनेशन की अपील की है। (पल-पल की जानकारी के लिए क्लिक करें)

3. अहमदाबाद में प्लेन डॉक्टर हॉस्टल की 4 बिल्डिंग से टकराया:लंच के समय अतुल्य हॉस्टल में 50-60 इंटर्न डॉक्टर मौजूद थे, अब तक 6 शव मिले

अहमदाबाद में एअर इंडिया का बोइंग 787 ड्रीमलाइनर प्लेन सिविल हॉस्पिटल के हॉस्टल की 4 बिल्डिंग से टकराया था। जिनमें रेजिडेंट डॉक्टर रहते थे। घटना के दौरान हॉस्टल में 50 से 60 इंटर्न डॉक्टर्स मौजूद थे। ज्यादातर मेस में लंच कर रहे थे। धमाके का असर इतना था कि अंदर मौजूद डॉक्टरों के शव भी टुकड़ों में बिखर गए। (पूरी खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें)

4. भारत के 5 बड़े प्लेन हादसे: हरियाणा में दो प्लेन टकराए, 349 मौतें, कर्नाटक में खाई में गिरा

अहमदाबाद प्लेन हादसे में अब तक 100 शव बरामद हुए हैं। हम आपको देश के 5 बड़े हादसों के बारे में बता रहे हैं। (पढ़ने के लिए क्लिक करें)

5. विजय रूपाणी 3 दिन पहले लुधियाना से लौटे थे:उपचुनाव में प्रचार किया, तीन साल से पंजाब-चंडीगढ़ BJP के प्रभारी थे

अहमदाबाद में क्रैश हुए एअर इंडिया का बोइंग 787 ड्रीमलाइनर प्लेन में पंजाब BJP के प्रभारी एवं गुजरात के पूर्व CM विजय रूपाणी का निधन हो गया। वह 3 साल से पंजाब और चंडीगढ़ BJP के प्रभारी थे। उन्होंने 3 दिन पहले लुधियाना में वेस्ट हलका के उपचुनाव में पार्टी उम्मीदवार जीवन गुप्ता के लिए प्रचार किया था। (पूरी खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें)

खबरें और भी हैं…

[ad_2]

Source link

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top