Bawariya Gang Leader Titu Arrested for Rape, Gold Theft in Haryana | Rajasthan | हरियाणा में पकड़े बावरिया गैंग की कहानी: लीडर ने भाई-दामाद संग बनाया गैंग, डराने के लिए महिलाओं से रेप कर VIDEO बनाते; राजस्थान तक नेटवर्क – Rewari News


रेवाड़ी में आरोपियों के बारे में जानकारी देते DSP डॉ. रविंद्र कुमार। महिला के घटना के बारे में बताते का फाइल शॉट।

हरियाणा के रेवाड़ी में ननद-भाभी के साथ रेप कर 22 तोला सोना लूटने वाले बावरिया गैंग के सरगना सहित चार बदमाशों को पुलिस ने पकड़ लिया है। इस गैंग का सरगना टीटू मूल रूप से राजस्थान के भरतपुर का रहने वाला है, जो आजकल फरीदाबाद के कुरैशीनगर में किराए पर मकान

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पुलिस ने उसका आपराधिक रिकॉर्ड खंगाला तो उसके खिलाफ हरियाणा और राजस्थान में रेप, लूट, चोरी और डकैती के 10 से अधिक मामले दर्ज मिले। पुलिस की पूछताछ में पता चला कि वह 3 बेटियों का पिता भी है। एक बेटी की शादी कर चुका है। अपने दामाद को भी उसने गैंग में बड़ी जिम्मेदारी सौंप रखी थी।

कैसे बनाया टीटू ने यह गैंग, किसे और क्यों बनाया सदस्य, कैसे करता है वारदात, बचने के लिए क्या लगाते हैं जुगत, किस कोडवर्ड में करते हैं बात और क्या है बावरिया का मतलब? जैसे सवालों के जवाब तलाशती दैनिक भास्कर की रिपोर्ट पढ़िए…

10 साल पहले भाइयों और दोस्तों के साथ बनाई गैंग DSP डॉ. रविंद्र कुमार के मुताबिक पुलिस इन्वेस्टिगेशन में पता चला कि भरतपुर निवासी टीटू ने करीब 10 साल पहले अपने भाइयों को साथ लेकर गैंग बनाया। टीटू ने सबसे पहले अपने ताऊ के लड़के रामबाबू को साथ मिलाया। इसके बाद हिसार निवासी मदन को अपनी गैंग में शामिल किया। मदन, टीटू का दोस्त है और साथ में बाग की ठेकेदारी भी कर चुका है। ये सभी बावरिया जाति से हैं। शुरुआत में इस गैंग ने अपने समाज से बाहर वारदातें कीं, लेकिन अब समाज के लोगों के परिवारों को ही निशाना बना रहा है।

1. बावरिया गैंग का सरगना टीटू शादीशुदा है। उसकी तीन लड़कियां हैं, जिनमें से एक शादीशुदा है। टीटू के खिलाफ हरियाणा के हांसी, भिवानी, सतनाली, झज्जर के बहादुरगढ़, फरीदाबाद के छायशा, राजस्थान के राजगढ़, झुंझुनूं के सूरजगढ़ थाना में रेप, लूट, चोरी और डकैती के 10 से अधिक मामले दर्ज हैं।

2. दूसरा बदमाश महेंद्रगढ़ के गागड़वास गांव का संजू है। संजू गैंग के सरगना टीटू का दामाद भी है। टीटू ने उसे बेटी की शादी के बाद गैंग में शामिल कर लिया। टीटू दामाद के साथ लूट और रेप की 3 घटनाओं को अंजाम दे चुका है।

3. तीसरा बदमाश रामबाबू है, जो गैंग सरगना टीटू के ताऊ का लड़का है। रामबाबू वर्तमान में राजस्थान के चुरू जिले के मीणा की ढाणी गांव में रहता है। रामबाबू की शादी नहीं हुई है। सबसे पहले उसे ही टीटू ने अपने गैंग शामिल किया था।

4. चौथा बदमाश हिसार के नारनौंद निवासी मदन है। मदन ने काफी समय पहले टीटू के साथ पार्टनरशिप में अमरूद का बाग ठेके पर लिया था। यहीं से दोनों के बीच गहरी दोस्ती हुई और बाद में लूटपाट की वारदात को साथ अंजाम देने लगे। मदन शादीशुदा है, जिसकी एक छह साल की बेटी भी है। टीटू की हर वारदात में मदन साथ रहा है।

वारदात के बाद ये होते थे बचने के तरीके…

परिवार की महिलाओं की वीडियो बनाते थे : पुलिस के मुताबिक, बावरिया गैंग के लोग हर लूट और डकैती की घटना के बाद घर में मौजूद महिलाओं के साथ दरिंदगी करते थे। महिलाओं की कपड़े उतरवा कर उनके वीडियो बनवा लेते थे। महिलाओं का VIDEO बनाने का मकसद यह था कि ऐसा करने से परिवार पुलिस को शिकायत करने की हिम्मत नहीं जुटा पाए।

किसी के पास नहीं अपना घर, इधर-उधर भाग जाते : पुलिस के मुताबिक, बावरिया गिरोह के किसी भी सदस्य के पास अपना पक्का घर नहीं है। केवल हिसार के नारनौंद निवासी मदन के पास ही अपना घर है। बाकी सभी लोग लूट की वारदात के बाद बार-बार परिवार के साथ ठिकाना बदलते रहते हैं। हर घटना के बाद सभी आरोपी अपना मोबाइल नंबर भी बदल लेते थे।

घटना से पहले कर लेते थे मोबाइल ऑफ : पुलिस के मुताबिक, आरोपी जहां भी घटना को अंजाम देने के लिए जाते थे, वहां जाने से पहले ही अपना मोबाइल ऑफ कर लेते थे। घटना को अंजाम देने के साथ सभी आरोपी एक साथ नहीं रहते थे। घटना के बाद सभी आरोपी लूटी गई रकम व जेवर के साथ निकल जाते थे।

3 पॉइंट में समझिए क्यों समाज को ही करने लगे टारगेट..

  • रेवाड़ी में जिस परिवार की महिलाओं के साथ दुराचार और लूट की घटना को अंजाम दिया है, वो भी इनके ही समाज से संबंध रखता है। फरीदाबाद और राजस्थान के राजगढ़ में भी जिन परिवारों के साथ ऐसी वारदात हुई, वो भी बावरिया समाज से हैं।
  • बावरिया गिरोह के लोग अपने ही समाज के लोगों को टारगेट इसलिए करते थे क्योंकि उनकी रेकी करना आसानी होती थी। अपने ही समाज के लोगों की हैसियत और परिवार के बैकग्राउंड की डिटेल उनके पास आसानी से आ जाती थी। वहीं यह भी पता होता था कि परिवार कब घर से बाहर रहेगा।
  • शिक्षा का अभाव और महिलाओं के साथ दुराचार होने की स्थिति में पता था कि समाज के लोग पुलिस के पास नहीं जाएंगे। बदनामी का डर समाज के लोगों में ज्यादा है, इसलिए बावरिया गैंग के लोग अपने ही समाज के लोगों को टारगेट करते थे।

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रेवाड़ी में घर में घुसकर ननद-भाभी के कपड़े उतरवाकर वीडियो बनाने और 22 तोला सोना लूटने के मामले में पुलिस ने 2 और बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस पहले भी महेंद्रगढ़ से 2 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। जिन्हें पूछताछ के लिए 2 दिन के रिमांड पर लिया है। (पूरी खबर पढ़ें)



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