नई दिल्ली3 मिनट पहले
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दिल्ली पुलिस ने 29 जुलाई को बंगला भवन को लिखे एक सरकारी लेटर में बांग्लादेशी भाषा शब्द का इस्तेमाल किया। इसमें लिखा था, ‘अवैध तौर से भारत में रह रहे 8 बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया है। इनकी पास से बरामद डॉक्यूमेंट्स बांग्लादेशी भाषा में हैं। ऐसे में आगे की जांच के लिए इनको हिंदी और अंग्रेजी में ट्रांसलेट करवाना जरूरी है।
इसपर सवाल उठाते हुए TMC सांसद अभिषेक बनर्जी ने कहा- दिल्ली पुलिस ने एक सरकारी लेटर में बंगला को बांग्लादेशी भाषा कहा है। यह कोई छोटी-मोटी गलती नहीं है। यह भाजपा की बंगाल को बदनाम करने, हमारी सांस्कृतिक पहचान को कमजोर करने और पश्चिम बंगाल को बांग्लादेश से जोड़कर राजनीतिक फायदा उठाने की एक सोची-समझी साजिश है।
अभिषेक ने आगे लिखा- यह संविधान के आर्टिकल 343 और 8वीं अनुसूची का उल्लंघन है। ‘बांग्लादेशी’ नाम की कोई भाषा नहीं है। बंगला को विदेशी भाषा कहना सिर्फ अपमान नहीं है> बल्कि यह हमारी पहचान, संस्कृति और अपनेपन पर हमला है। बंगाली अपने ही देश में बाहरी नहीं हैं।