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22 मिनट पहले
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1. ऑफिस ऑवर्स के बाद का समय तय करें अगर आपकी जॉब में फ्लेक्सिबल शेड्यूल है, तो सबसे पहले आप यह तय कर लें कि आप दिन में कौन-से समय पर ऑन-ड्यूटी रहना चाहते हैं और कब पूरी तरह से ऑफ होना चाहते हैं। अगर आपके लिए हफ्ते में कुछ निश्चित घंटे काम करना बेहद जरूरी है, तो पहले उन्हें अपनी पर्सनल प्राथमिकताओं के हिसाब से बांट लें। ऑफिस आवर्स के बाद का कोई समय तय कर लें।
2. मानसिक स्पष्टता को बनाए रखना भी जरूरी दिन की शुरुआत में किए हुए काम या अंत में किए हुए अपने काम और टास्क एक बार किसी डायरी में लिख लें और उन्हें व्यवस्थित करें। इससे आपको चिंता नहीं होगी कि आपसे कुछ छूट गया है या कोई जरूरी डेडलाइन मिस हो जाएगी। हर दिन के अंत में केवल पांच मिनट निकालकर यह जांच लें कि क्या आपके सभी जरूरी कार्य पूरे हुए हैं या फिर नहीं हुए हैं। स्पष्टता बनाए रखें।
3. सहकर्मियों से संवाद करें, सही अपेक्षाएं रखें अगर आपकी नौकरी में काम और आराम के बीच एक स्पष्ट रेखा खिंची हुई है, तो एेसे में अपने सहकर्मियों को बता दें कि आप ऑफ-ड्यूटी समय में उपलब्ध नहीं हो सकेंगे। अगर आपकी भूमिका में लगातार जुड़े रहना जरूरी है, तो एक स्पष्ट गाइडलाइन बना लें कि कब और कैसे कोई आपसे संपर्क कर सकता है। सीमाएं स्पष्ट होंगी तो अपेक्षाएं भी सही बनती हैं। लोगों से संवाद करें।
4. काम के घंटों में ही अपना कार्य पूरा कर लें अगर आप चाहते हैं कि काम आपकी शाम या रात न बिगाड़े, तो दिन के समय को प्रोडक्टिवली इस्तेमाल करें। ईमेल के लिए अलग समय तय करें, प्रोजेक्ट्स के लिए समर्पित टाइम ब्लॉक करें और जरूरत हो तो काम के लिए शांत जगह भी बदल लें। जरूरी कार्यों को पूरा करने के लिए अपने लिए एक मीटिंग शेड्यूल करें और उसे निभाएं भी। दिन में फोकस बढ़ाएं और रात में सुकून पाएं।
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