DGCA RTI Report 2025 Update; Engine Failures | Shutdown | भारत में 5 साल में 65 फ्लाइट्स के इंजन बंद: हवा में और टेकऑफ के दौरान शटडाउन हुआ; 17 महीने में 11 मेडे कॉल, RTI के आंकड़े


नई दिल्ली6 मिनट पहले

  • कॉपी लिंक

भारत में पिछले पांच साल में 65 फ्लाइट्स में उड़ान के दौरान हवा में या टेकऑफ करते समय इंजन बंद (शटडाउन) हुए। वहीं, 1 जनवरी, 2024 से 31 मई, 2025 के बीच 11 फ्लाइट्स से ‘मेडे’ कॉल आई।

इनमें तकनीकी गड़बड़ियों की सूचना के साथ इमरजेंसी लैंडिंग की मांग की गई। इनमें से चार फ्लाइट्स ने तकनीकी खराबी के कारण हैदराबाद में लैंडिंग की।

जानकारी टाइम्स ऑफ इंडिया के डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) से सूचना का अधिकार (RTI) के तहत मांगे गए आंकड़ों से सामने आई है।

आंकड़ों से पता चलता है कि हर महीने कम से कम एक विमान का इंजन बंद हुआ। हालांकि, सभी मामलों में पायलट एक ही इंजन से विमान को नजदीकी एयरपोर्ट तक पहुंचाने में सफल रहे।

इस RTI रिपोर्ट में 12 जून दुर्घटनाग्रस्त हुआ बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर और 19 जून को इंडिगो की गुवाहाटी-चेन्नई फ्लाइट शामिल नहीं है। फ्यूल कम होने की वजह से इंडिगो फ्लाइट डायवर्ट कर दी गई थी।

अहमदाबाद हादसे की शुरुआती जांच रिपोर्ट 12 जुलाई को आई थी। इससे पता चला कि टेकऑफ के तुरंत बाद एक-एक करके दोनों फ्यूल स्विच बंद हो गए थे, इस वजह से दोनों इंजन भी बंद हो गए।

DGCA का आदेश- सभी बोइंग विमानों के फ्यूल स्विच जांचें

12 जून को अहमदाबाद से लंदन जा रही बोइंग 787-8 फ्लाइट टेकऑफ के कुछ ही देर बाद क्रैश हो गई थी। इसमें 270 लोगों की मौत हो गई थी।

12 जून को अहमदाबाद से लंदन जा रही बोइंग 787-8 फ्लाइट टेकऑफ के कुछ ही देर बाद क्रैश हो गई थी। इसमें 270 लोगों की मौत हो गई थी।

भारत में रजिस्टर्ड सभी बोइंग विमानों के फ्यूल कंट्रोल स्विच की जांच होगी। डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) ने एयरलाइंस को 14 जुलाई को आदेश जारी किया। इसमें कहा गया कि जांच 21 जुलाई तक पूरी कर ली जाए।

DGCA ने बोइंग के सभी एयरलाइन ऑपरेटरों को सलाह दी है कि वे जांच पूरी होने के बाद रिपोर्ट सौंपें। यह फैसला अहमदाबाद प्लेन क्रैश की शुरुआती जांच रिपोर्ट सामने आने के बाद लिया गया है, यह रिपोर्ट एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इनवेस्टीगेशन ब्यूरो (AAIB) ने 12 जुलाई को जारी की थी।

अहमदाबाद प्लेन क्रैश पर 15 पेज की रिपोर्ट, दोनों इंजन बंद हुए अहमदाबाद प्लेन हादसे के एक महीने बाद 12 जुलाई को शुरुआती जांच रिपोर्ट आ गई थी। एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) ने 15 पेज की रिपोर्ट सार्वजनिक की। रिपोर्ट के मुताबिक यह हादसा विमान के दोनों इंजन बंद होने की वजह से हुआ था।

टेकऑफ के तुरंत बाद एक-एक करके दोनों फ्यूल स्विच बंद हो गए थे, इस वजह से दोनों इंजन भी बंद हो गए। इस दौरान कॉकपिट की रिकॉर्डिंग से पता चला है कि एक पायलट ने दूसरे से पूछा था कि क्या तुमने स्विच बंद किया है? दूसरे ने जवाब दिया, नहीं।

रिपोर्ट पर न्यूयॉर्क टाइम्स ने एक्सपर्ट के हवाले से कहा कि रिपोर्ट में शामिल सभी पॉइंट्स प्लेन में टेक्निकल गड़बड़ी न होने और पायलट से चूक की ओर इशारा कर रहे हैं।

12 जून को अहमदाबाद से लंदन जा रही फ्लाइट AI 171 टेकऑफ के कुछ ही देर बाद एक मेडिकल हॉस्टल की इमारत से टकरा गई थी। इसमें 270 लोगों की मौत हो गई थी, जिनमें 241 यात्री और क्रू मेंबर शामिल थे। सिर्फ एक यात्री इस हादसे में जिंदा बचा है।

फ्यूल कंट्रोल स्विच विमान के कॉकपिट में थ्रस्ट लीवर के पास होते हैं।

फ्यूल कंट्रोल स्विच विमान के कॉकपिट में थ्रस्ट लीवर के पास होते हैं।

AAIB की रिपोर्ट में कहा गया है कि AI-171 कोड के साथ लंदन जाने वाले एअर इंडिया ड्रीमलाइनर ने पिछली उड़ान दिल्ली से अहमदाबाद के बीच भरी थी। उड़ान के ठीक बाद पायलट ने ‘STAB POS XDCR’ नाम का तकनीकी अलर्ट दर्ज कराया था। इस अलर्ट का मतलब है कि विमान का संतुलन बताने वाला सेंसर फेल हो सकता है।

यह सेंसर बताता है कि विमान का हॉरिजेंटल स्टेबलाइजर (पिच बैलेंस बनाने वाला पिछला पंख) किस स्थिति में है। यदि यह डेटा सही न मिले, तो ऑटोपायलट, पिच कंट्रोल और स्टॉल प्रोटेक्शन जैसे अहम सिस्टम गलत कमांड दे लगते हैं। विशेषकर टेकऑफ और शुरुआती चढ़ाई जैसे क्रिटिकल फेज में यह गलती हो सकती है।​​​​​​​

फ्यूल कंट्रोल स्विच का काम और तकनीक फ्यूल कंट्रोल स्विच विमान के कॉकपिट में थ्रस्ट लीवर के पास होते हैं। ये इंजन में फ्यूल की सप्लाई को कंट्रोल करते हैं। इसका मुख्य काम इंजन में फ्यूल की सप्लाई को शुरू करना (‘रन’ पोजिशन) या बंद करना (‘कटऑफ’ पोजिशन) है।

हर इंजन के लिए अलग-अलग फ्यूल कंट्रोल स्विच होता है। उदाहरण के लिए, बोइंग 787 में दो इंजन हैं, तो दो स्विच होंगे – एक बाएं इंजन के लिए, एक दाएं के लिए।

  • रन पोजिशन: जब स्विच ‘रन’ पर होता है, तो फ्यूल वाल्व खुलता है और इंजन में फ्यूल की सप्लाई शुरू हो जाती है। इससे इंजन चालू रहता है और विमान को थ्रस्ट मिलता है।
  • कटऑफ पोजिशन: जब स्विच को ‘कटऑफ’ पर किया जाता है तो फ्यूल वाल्व बंद हो जाता है और इंजन में फ्यूल की सप्लाई रुक जाती है। इससे इंजन तुरंत बंद हो जाता है।

——————————————————–

अहमदाबाद प्लेन क्रैश से जुड़ी यह खबर भी पढ़ें…

एक्सपर्ट बोले- जल्दबाजी में पायलटों को दोषी बताया, रिपोर्ट में जरूरी हस्ताक्षर नहीं

एविएशन एक्सपर्ट सनत कौल ने एअर इंडिया फ्लाइट AI171 की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि यह रिपोर्ट ठीक नहीं लग रही है। इसमें जरूरी हस्ताक्षर भी नहीं हैं, जबकि यह जरूरी होता है। पूरी खबर पढ़ें…

खबरें और भी हैं…



Source link

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top