Domicile will be implemented in Bihar through TRE-4 | बिहार में शिक्षक भर्ती में डोमिसाइल लागू: अब बिहार के लोगों को ही नौकरी में मिलेगी प्राथमिकता; चुनाव से पहले नीतीश का बड़ा फैसला – Patna News


चुनाव साल में नीतीश कुमार ने एक और बड़ी घोषणा की है। इसे बिहार सरकार का मास्टर स्ट्रोक बताया जा रहा है। नीतीश सरकार ने ऐलान किया है कि शिक्षक भर्ती में डोमिसाइल लागू किया जाएगा। ये व्यवस्था TRE-4 से ही लागू की जाएगी।

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नीतीश कुमार ने सोमवार को X पर लिखा- ‘नवम्बर 2005 में सरकार बनने के बाद से ही हम लोग शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए लगातार काम कर रहे हैं।’

‘शिक्षा व्यवस्था के सुदृढ़ीकरण हेतु बड़ी संख्या में शिक्षकों की नियुक्ति की गई है। शिक्षकों की बहाली में बिहार के निवासियों (DOMICILE) को प्राथमिकता देने हेतु शिक्षा विभाग को संबंधित नियम में आवश्यक संशोधन करने का निर्देश दिया गया है।’

‘यह TRE-4 से ही लागू किया जाएगा। वर्ष 2025 में TRE-4 एवं वर्ष 2026 में TRE-5 का आयोजन किया जाएगा। TRE-5 के आयोजन के पूर्व STET का आयोजन करने का भी निदेश दिया गया है।’

सरकारी नौकरी में डोमिसाइल पॉलिसी लागू, राज्य की महिलाओं को 35% आरक्षण मिलेगा

इसके पहले बिहार सरकार ने महिलाओं के लिए डोमिसाइल पॉलिसी लागू कर दी है। अब सरकारी नौकरियों में महिलाओं को इसका फायदा मिलेगा। बिहार की बाहर की महिलाओं को जनरल कैटेगरी में जोड़ा जाएगा। पहले दूसरे राज्यों की महिलाओं को भी 35% आरक्षण का लाभ मिलता था। अब सिर्फ बिहार की महिलाओं को फायदा मिलेगा।

चुनावी साल में नीतीश सरकार के बड़े फैसले

1. आशा और ममता मानदेय बढ़ाया

चुनाव से पहले नीतीश सरकार ने बिहार में आशा और ममता कार्यकर्ताओं का मानदेय बढ़ा दिया है। मुख्यमंत्री ने ऐलान करते हुए कहा था- आशा कार्यकर्ताओं को अब 1 हजार रुपए की जगह 3 हजार रुपए प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाएगी। साथ ही ममता कार्यकर्ताओं को प्रति प्रसव 300 रुपए की जगह 600 रुपए की प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाएगी। इससे उनका मनोबल और बढ़ेगा तथा ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाएं और मजबूत होंगी।’

सरकार के इस फैसले से बिहार में 1 लाख आशा कार्यकर्ताओं, 5 हजार आशा फैसिलिटेटर और 5 हजार से अधिक ममता कार्यकर्ताओं को लाभ मिलेगा। जानकारी के मुताबिक, बिहार में करीब 1 लाख आशा कार्यकर्ता हैं। ऐसे में अगर एक आशा कार्यकर्ता के परिवार में 5 सदस्य होंगे, तो सरकार ने करीब 5 लाख परिवारों को सिर्फ टारगेट किया है।

2. बिहार में 125 यूनिट बिजली फ्री मिलेगी

बिहार के लोगों को 125 यूनिट बिजली मुफ्त में मिलेगी। साथ ही अगले तीन वर्षों में घरेलू उपभोक्ताओं को सौर ऊर्जा का भी लाभ मिलेगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को X पर इसका ऐलान किया।

CM ने X पर बताया- ‘हम लोग शुरू से ही सस्ती दरों पर सभी को बिजली उपलब्ध करा रहे हैं। अब हमने तय कर दिया है कि 1 अगस्त, 2025 से,यानी जुलाई माह के बिल से ही राज्य के सभी घरेलू उपभोक्ताओं को 125 यूनिट तक बिजली का कोई पैसा नहीं देना पड़ेगा।

3. 5 साल में 1 करोड़ नौकरियां और रोजगार देगी सरकार

बिहार सरकार ने फैसला किया है कि आने वाले 5 सालों (2025 से 2030 तक) में 1 करोड़ नई नौकरियां और रोजगार के मौके बनाए जाएंगे। इसके लिए एक उच्च स्तरीय समिति बनाई जाएगी, जिसकी अध्यक्षता विकास आयुक्त करेंगे। यह समिति देखेगी कि रोजगार बढ़ाने के लिए और क्या-क्या किया जा सकता है और सरकार को सलाह देगी। इससे राज्य के युवाओं को आर्थिक मजबूती मिलेगी और उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा। उद्योग बढ़ने से राज्य में निवेश के नए अवसर भी आएंगे। बिहार वोटर लिस्ट वेरिफिकेशन में लगे BLO-सुपरवाइजर को सालाना मानदेय के अलावा 6000 रुपए देने के फैसले को मंजूरी मिली है।

4. 8 हजार से ज्यादा पंचायतों में मैरिज हॉल बनेंगे

चुनावी साल में नीतीश सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों में गरीब परिवारों की बेटियों के विवाह कार्यक्रम में सुविधा के लिए करीब 8 हजार से ज्यादा पंचायतों में विवाह भवन का निर्माण कराने का फैसला लिया है।

इसका नाम विवाह मंडप योजना दिया गया है। इसके लिए सरकार ने 40 अरब 26 करोड़ 50 लाख रुपए की स्वीकृति दी है। इन विवाह भवनों का संचालन जीविका दादियों की तरफ से किया जाएगा।

5.. बिहार के 1 लाख युवाओं पर 686 करोड़ रुपए खर्च होंगे, इंटर्नशिप के लिए मिलेंगे 6 हजार

बिहार सरकार ने 18 से 28 साल के एक लाख से ज्यादा युवाओं को मंथली 4 से 6 हजार रुपए मंथली इंटर्नशिप दी जाएगी। इन युवाओं को आर्थिक सहायता के साथ-साथ बिजनेस की ट्रेनिंग देने के लिए नीतीश कैबिनेट मुख्यमंत्री-प्रतिज्ञा योजना को मंजूरी दी है।

6. ‘दीदी की रसोई’ में 40 की जगह 20 रुपए में मिलेगी थाली

सरकार की तरफ से सरकारी चिकित्सा महाविद्यालय, अस्पतालों और सरकारी संस्थानों में ‘दीदी की रसोई’ से 40 रुपए प्रति थाली में भोजन उपलब्ध कराया जाता है। बिहार सरकार ने चुनाव साल में इसका रेट कम कर दिया। 40 रुपए की थाली अब 20 रुपए में देने का फैसला लिया गया है। 20 रुपए प्रति थाली की क्षतिपूर्ति राज्य सरकार की तरफ से जीविका को उपलब्ध कराई जाएगी।

जीविका दीदियों की मदद से 'दीदी की रसोई' चलाई जा रही है। यहां से गरीब लोगों को और अस्पतालों में भी खाना भेजा जाता है।

जीविका दीदियों की मदद से ‘दीदी की रसोई’ चलाई जा रही है। यहां से गरीब लोगों को और अस्पतालों में भी खाना भेजा जाता है।

7. नई बस खरीदने पर 20 लाख देगी सरकार

राज्य सरकार ने फैसला किया है कि अगर कोई निजी बस ऑपरेटर अन्तरराज्यीय मार्गों के लिए नई AC बस खरीदेगा, तो सरकार उसे हर बस पर 20 लाख रुपए प्रोत्साहन राशि देगी।

150 बसों के लिए कुल 30 करोड़ रुपए दिए जाएंगे। साथ ही योजना को सही तरीके से चलाने के लिए 60 लाख रुपए अतिरिक्त खर्च करने की मंजूरी भी दी गई है। कुल खर्च 30.60 करोड़ रुपए होगा।

8. गुरु-शिष्य परंपरा योजना भी मंजूर की गई

कैबिनेट ने विलुप्त हो रही लोक कलाओं को बचाने के लिए मुख्यमंत्री गुरु-शिष्य परंपरा योजना को भी मंजूरी दी है। गुरु को 15000, संगीतकार को 7500 और शिष्य को 3000 मासिक मानदेय दिया जाएगा। सरकार ने विलुप्त हो रही लोक कलाओं को बचाने के लिए योजना बनाई है। इसके तहत लोक गाथा, लोक नाट्य, लोक नृत्य, लोक संगीत, वाद्य यंत्र, शास्त्रीय कला और चित्रकला जैसी विधाओं को संरक्षित करने के लिए परंपरागत तरीके से प्रशिक्षण दिया जाएगा।

9. दिव्यांग के लिए सिविल सेवा प्रोत्साहन योजना

चुनावी साल में बिहार सरकार ने एक नई योजना शुरू की है, जिसका नाम दिव्यांगजन सिविल सेवा प्रोत्साहन योजना है। इसका लाभ दिव्यांग पुरुष पिछड़ा वर्ग, सामान्य वर्ग या आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS) अभ्यर्थियों को मिलेगा।

हालांकि, ये सुनिश्चित करना होगा कि उन्हें राज्य की किसी दूसरी सिविल सेवा तैयारी योजना से कोई आर्थिक मदद नहीं मिल रही है। ऐसे में BPSC या UPSC की प्रारंभिक परीक्षा पास कर लेते हैं, तो उन्हें मुख्य परीक्षा की तैयारी के लिए 50 हजार रुपए और इंटरव्यू की तैयारी के लिए 1 लाख रुपए की सहायता राशि दी जाएगी।

10. बिहार में पत्रकारों का पेंशन बढ़कर 15 हजार हुआ

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पत्रकारों के पेंशन बढ़ाने की घोषणा की। बिहार पत्रकार सम्मान पेंशन योजना” के तहत अब पत्रकारों को 6,000 की जगह 15,000 रुपए प्रतिमाह पेंशन मिलेगी। मुख्यमंत्री ने इसे तुरंत लागू करने के निर्देश भी दे दिए हैं।

मुख्यमंत्री ने यह भी घोषणा की कि जिन पत्रकारों की मृत्यु हो चुकी है, उनके आश्रित पति या पत्नी को भी जीवन भर 10,000 रुपए प्रति माह की पेंशन दी जाएगी। पहले यह राशि केवल 3,000 रुपए थी। यह फैसला उनके सम्मानजनक जीवन-यापन को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।



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