2 घंटे पहले
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- किताबों से जानिए, कैसे आप दूसरों की वजह से अपने आत्म-मूल्य को खो बैठते हैं? क्यों हमें यह भ्रम होता है कि हर काम खुद करना है?
स्वयं बने रहें और अस्थिरता को समझें लोगों के आपको पसंद न करने के अनगिनत कारण हो सकते हैं। आप वही रहें जो आप वास्तव में हैं। जब आप दूसरों को खुश करने के लिए खुद को बदलते हैं, तो आप अपने आत्म-मूल्य को खो बैठते हैं। अपने सर्वोत्तम स्वरूप में जिएं। अपने लिए खड़े हों। अपनी बात कहें। आप आत्म-विश्वासी हैं, तो नकारात्मकता का सामना कर जाते हैं। (लाइफ लेसंस)
काम में रुकावटों को क्यों प्राथमिकता दें अपने कार्य का मूल्यांकन करें। तय करें क्या उस कार्य को किसी रुकावट से बाधित होने देना चाहिए। हम अक्सर रुकावटों को प्राथमिकता देने का समय नहीं निकालते। यदि हम रुकावट के महत्व का मूल्यांकन करें और तय करें कि कार्य में रुकावट लाना उचित है, तो हमारे व्यवहार और परिणाम वास्तविक प्राथमिकताओं को बेहतर दर्शा पाएंगे। (एक्सरसाइज इन कॉन्शियसनेस)
अधिक जागरूक होकर जीना शुरू करें हमारे दैनिक जीवन में सजगता लाना अत्यंत उपयोगी है। संक्षेप में कहें तो, जब हम अपने दैनिक कार्यों में स्वयं को सजगता से देखने लगते हैं, तो हम अपने ऊपर थोपी गई सीमित आत्म-छवियों, सामाजिक दिखावे और मनोवैज्ञानिक अवरोधों को काटने लगते हैं। तब हम अधिक स्वेच्छा से, अधिक जागरूक होकर जीना शुरू करते हैं। (लिविंग मोर कॉन्शियसली)
मांगे बिना कुछ नहीं मिलता, शुरुआत तो करें हममें से कई लोग अक्सर अपने अहंकार में फंस जाते हैं। हम इतने घमंडी हो जाते हैं कि यह स्वीकार नहीं कर पाते कि हमें किसी की जरूरत है या हमें किसी चीज में मदद चाहिए। हम न तो रास्ता पूछते हैं, न सलाह लेते हैं और न ही मदद मांगते हैं। हमें यह भ्रम होता है कि हर काम खुद करना है। जो आप चाहते हैं, उसे पाने के लिए आपको पहल करनी होगी। केवल सपने देखने का समय समाप्त हो चुका है। अब उठने और अपने लिए मांगने का समय है। धीरे-धीरे शुरुआत करें। (द फाइव बैरियर्स टु आस्किंग)