Faridabad Daughter-in-law was murdered and buried outside the house accused arrested roshan nagar palla police | हरियाणा में विवाहिता को कत्ल कर दफनाने की पूरी कहानी: 3 दिन पहले गड्‌ढा खुदवाया, हत्या के बाद शादी में जश्न मनाया, 3 शक से खुला राज – Faridabad News


यूपी निवासी तनु की शादी 2023 में फरीदाबाद निवासी अरुण से हुई थी। (फाइल फोटो)

हरियाणा के फरीदाबाद में विवाहिता तनु का मर्डर उसके ससुर ने किया था। इसके लिए ससुर ने पूरी प्लानिंग की, जिसमें 7 दिन का समय लगा। इसी प्लानिंग के तहत हत्या वाले दिन पत्नी को शादी में और बेटे को काम पर भेज दिया। घर में रह गई पुत्रवधू और बेटी। पहले बेटी

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तनु के पिता को हुए 3 शक ने पुलिस को हत्यारोपी ससुर भूप सिंह तक पहुंचाया। फिलहाल, भूप सिंह 2 दिन की पुलिस रिमांड पर है। पूछताछ में उसने प्लानिंग से लेकर कत्ल और दफनाने तक की पूरी कहानी बताई है। पढ़िए दैनिक भास्कर की पूरी रिपोर्ट...

पुलिस की गिरफ्त में आरोपी ससुर भूप सिंह।

पुलिस की गिरफ्त में आरोपी ससुर भूप सिंह।

पहले पढ़िए शादी से लेकर शव मिलने तक की कहानी…

दोनों फैमिली यूपी की, 2 साल पहले हुई शादी भूप सिंह से पूछताछ के बाद एसीपी सराय राजेश कुमार ने बताया कि यूपी के जिला फिरोजाबाद के शिकोहाबाद निवासी हाकिम ने अपनी बेटी तनु (23) की शादी 21 जून 2023 में फरीदाबाद के रोशन नगर में रहने वाले अरुण सिंह के साथ की थी। अरुण का परिवार मूल रूप से मैनपुरी यूपी का रहने वाला है। मगर, पिछले काफी लंबे समय से रोशन नगर ब्लॉक के गली नंबर 1 में मकान नंबर 61 में रह रहा है। यहां पर अरुण के साथ उसकी मां सोनिया , बहन काजल और पिता भूप सिंह रहते है। अरुण और तनु की कोई संतान नहीं है।

1 साल मायके में रही, पंचायत के बाद ससुराल आई एसीपी के मुताबिक, शादी के बाद से ही तनु का अपने ससुराल के लोगों के साथ विवाद चल रहा था। तनु के पिता ने बयान दिया है कि उन्होंने अपनी हैसियत से बढ़कर बेटी की शादी में खर्च किया था। इसके बाद भी तनु से उसके ससुराल वाले पैसे की मांग करते थे। इसके चलते सितंबर, 2023 में ही तनु वापस अपने मायके आ गई। अक्टूबर 2024 तक तनु मायके में ही रही। इसके बाद दोनों पक्षों की पंचायत हुई। पंचायत में हुई सहमति के बाद ही तनु को वापस उसके ससुराल भेजा गया।

2 माह पहले लापता हुई, गुमशुदगी दर्ज कराई पुलिस के मुताबिक, मायके से ससुराल आने के बाद कुछ दिन विवाद शांत रहा। तनु की बहन प्रीति ने भी बताया था कि पंचायत के फैसले के बाद उसके पिता ने कुछ रुपए देकर बेटी को ससुराल भेजा था। जब यह रुपए खत्म हो गए तो ससुराल वाले फिर से तनु को तंग करने लगे। 23 अप्रैल को ससुराल वालों ने पुलिस को जानकारी दी कि तनु घर से कहीं चली गई है, तलाश करने पर भी नहीं मिल रही है। इस बाबत ससुराल वालों ने मायके वालों को भी जानकारी दी।

तनु की गुमशुदगी के छपवाए गए थे पर्चे।

तनु की गुमशुदगी के छपवाए गए थे पर्चे।

गुमशुदा के पर्चे छपवाए, बाजार में भी बंटवाए पुलिस के मुताबिक, मायके वालों ने फरीदाबाद आकर बेटी की तलाश शुरू की। ससुराल पक्ष वाले भी उनके साथ रहे। ससुराल पक्ष ने बाकायदा गुमशुदा के पर्चे छपवाए और बाजार में भी बंटवाए। दोनों पक्ष के लोग तनु को मिलकर ढूंढते रहे। नवीन नगर पुलिस भी लगातार तनु की तलाश कर रही थी, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं लग रहा था। पुलिस ने हरियाणा से लेकर यूपी तक सभी संभावित स्थानों पर तनु की तलाश की, लेकिन सफलता नहीं मिली।

20 जून को तनु का शव गड्ढे से बरामद एसीपी के मुताबिक, इसी दौरान तनु के पिता हाकिम ने हत्या करने का शक जताया और घर के बाहर खोदे गए गड्‌ढे के बारे में बताया। पुलिस ने फिर इसी एंगल पर जांच शुरू की। सबसे पहले पुलिस ने तनु के ससुर भूप सिंह को राउंडअप कर पूछताछ की। पुलिस की पूछताछ में भूप सिंह इधर उधर की बात करने लगा। मगर, जब सख्ती की गई तो उसने घर के बाहर गड्ढे में शव दफनाने की बात कबूल कर ली। फिर पुलिस ने जेसीबी से खुदाई कराई तो तनु का शव बरामद हो गया।

इसी गढ्ढे में तनु का शव मिला था, जिसे पुलिस ने जेसीबी की मदद से बाहर निकाला था।

इसी गढ्ढे में तनु का शव मिला था, जिसे पुलिस ने जेसीबी की मदद से बाहर निकाला था।

अब यहां जानिए कैसे की प्लानिंग और कैसे पकड़ा गया…

सात दिन से कर रहा था हत्या करने की तैयारी एसीपी के मुताबिक, भूप सिंह ने पूछताछ में बताया कि तनु की शादी के बाद से ही ससुराल वालों के साथ उसकी अनबन चल रही थी। इसी अनबन से वह परेशान हो गया था। परिवार में भी सब टेंशन में थे। इसी समस्या से निजात पाने के लिए उसने 21 अप्रैल 2025 यानि हत्या वाली रात से करीब 7 दिन पहले मर्डर की पूरी प्लानिंग की थी। लाश को कैसे ठिकाने लगाना है और लोगों को क्या कहना है? यह सब उसने पहले ही सोच लिया था।

21 अप्रैल की रात को मिला हत्या का मौका पुलिस के मुताबिक, भूप सिंह ने पूछताछ में बताया कि 21-22 अप्रैल की रात को उसके घर पर उसकी बेटी काजल र उसकी पुत्रवधू तनु ही थी। उसकी पत्नी सोनिया एक शादी में शामिल होने उत्तर प्रदेश गई थी, जबकि बेटा अरुण सिंह रात को कंपनी में ड्यूटी पर गया हुआ था। बेटी खाना खाकर ग्राउंड फ्लोर पर अपने कमरे में सो गई थी और तनु भी पहली मंजिल पर सोने के लिए अपने कमरे चली गई थी। इसके बाद वह तनु के कमरे में लॉक खोलकर घुस गया और सो रही तनु की चुन्नी से गला घोंट कर हत्या कर दी।

घर के बाहर गड्‌ढे में दबाया दिया शव पुलिस के मुताबिक, पहले भूप सिंह ने तनु की मौत होने की पूरी तरह पुष्टि की। फिर उसके शव को रात के अंधेरे में ही घर के बाहर सीवरेज के लिए खुदवाए गए गड्‌ढे में दबा दिया। यह गड्‌ढा भी उसने तीन दिन पहले ही खुदवाया था। आसपास के लोगों को बताया था कि घर में सीवरेज की समस्या है, इसलिए सड़क में गड्‌ढा खुदवा रहा है। शव को दबाने के बाद वह घर में आ गया और सुबह होने का इंतजार करने लगा।

सुबह मिस्त्री को बुलाकर चिनाई कराई पुलिस के मुताबिक, भूप सिंह 22 अप्रैल की सुबह ही जाकर राजमिस्त्री को बुला लाया और चिनाई करा दी। जब परिवार के लोग लौटे तो उन्हें तनु के लापता होने की कहानी बताई। आसपास के लोगों को भी पुत्रवधू के घर से अचानक लापता होने की जानकारी दी, ताकि हर कोई उसकी कहानी पर यकीन कर ले। फिर तनु के मायके वाले और पुलिस को जानकारी दी। दो महीन तक तनु को तलाश करने का नाटक रचता रहा।

गड्‌ढा खुदवाने और लापता होने की टाइमिंग से खुला राज एसीपी सराय राजेश कुमार के मुताबिक, तनु के पिता ने शक जताया था कि तनु की हत्या कर दी गई है और घर के बाहर गड्ढा खोदकर शव को उसी में दबा दिया गया है। यह शक उसे तीन बातों से हुआ, पहली यह कि जो गड्‌ढा खुदवाया गया था, उसकी परिवार को जरूरत ही नहीं थी। दूसरी यह है कि जिस दिन तनु के लापता होने की बात बताई गई, उसके तीन दिन पहले ही गड्‌ढा खुदवाया गया था। तीसरी यह कि लापता पुत्रवधू को तलाशने से ज्यादा परिवार को गड्ढे की चिनाई कराना ज्यादा जरूरी लगा।

मामले की जानकारी देते एसीपी राजेश कुमार।

मामले की जानकारी देते एसीपी राजेश कुमार।

अब पुलिस के सामने कुछ अहम सवाल…

हत्या में और लोग तो शामिल नहीं? जिस तरह तनु की हत्या की गई और शव को दफनाया गया, उससे पुलिस को आशंका है कि बुजुर्ग भूप सिंह यह अकेले नहीं कर सकता। संभवत: परिवार के अन्य लोग भी इसमें शामिल रहे। क्योंकि हत्या की पूरी प्लानिंग की गई थी। बेटे को नौकरी पर भेजना, पत्नी का शादी में यूपी जाना, कहीं यह पूरी प्लानिंग का हिस्सा तो नहीं है। इस मामले में पुलिस ने गुमशुदगी की रिपोर्ट में हत्या और साजिश की धाराएं बढ़ाई हैं। साथ ही परिवार के किसी भी सदस्य को क्लीन चिट भी नहीं दी है। फिलहाल, पुलिस परिवार के सभी सदस्यों की लोकेशन और आने जाने की टाइमिंग की वेरिफिकेशन कर रही है, ताकि उनकी संलिप्तता का पता किया जा सके।

परिवार को बचाना तो मकसद नहीं? पुलिस पूछताछ में भूप सिंह ने सारा जुर्म अपने ऊपर ले लिया है। पुलिस को आशंका है कि कहीं भूप सिंह ने परिवार को बचाने के लिए तो ऐसा नहीं किया। क्योंकि भूप सिंह 54 साल का है, जबकि बेटा अरुण 30 साल का भी नहीं हुआ है। एक बेटी काजल है, जिसकी शादी नहीं हुई है। दोनों बच्चों की पूरी जिंदगी पड़ी है। पत्नी सोनिया भी है, जो उसके पीछे परिवार की देखभाल कर सकती है। यह मामला हत्या के साथ-साथ दहेज के आरोपों से भी जुड़ा है। ऐसे में यदि वह अकेला इस जुर्म को अपने ऊपर ले ले, तो परिवार को बचा सकता है।

पुलिस बोली- ससुर से और पूछताछ करेंगे पुलिस प्रवक्ता यशपाल ने बताया कि तनु को लेकर जो गुमशुदगी का मामला दर्ज कराया गया था, अभी उसमें हत्या और सबूत को नष्ट करने की धाराएं जोड़ी गई हैं। पुलिस अभी तनु के ससुर भूप सिंह से पूछताछ करेगी, जिसके लिए उसको 2 दिन के रिमांड पर लिया गया है। पूछताछ में इस मामले में परिवार के अन्य लोगों के शामिल होने के बारे में जानकारी ली जाएगी। इसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। ————————

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