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अमृतसर स्थित गोल्डन टेंपल को बम से उड़ाने की धमकियां लगातार छठे दिन भी मिलती रहीं, जिससे सुरक्षा एजेंसियों की चिंता बढ़ गई है। ताजा मामला शनिवार रात का है, जब एसजीपीसी की ई-मेल पर फिर एक धमकी भरा संदेश भेजा गया। बीते छह दिनों में यह आठवीं बार है जब इ
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इन घटनाओं के बाद गोल्डन टेंपल के भीतर और बाहर सुरक्षा व्यवस्था और सख्त कर दी गई है, जिसमें एसजीपीसी की टॉस्क फोर्स भी पूरी मुस्तैदी से तैनात है। उधर, श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी कुलदीप सिंह गड़गज ने राज्य और केंद्र की सुरक्षा एजेंसियों पर सवाल उठाए हैं।
उन्होंने कहा कि तकनीक और संसाधनों के होते हुए भी अब तक असली दोषी का पता न चल पाना गंभीर चिंता का विषय है। जत्थेदार ने मांग की कि दोषी को जल्द से जल्द खालसा पंथ के समक्ष पेश किया जाए और धमकी देने के पीछे की मंशा की गहन जांच की जाए। उन्होंने जोर दिया कि गोल्डन टेंपल न सिर्फ सिखों बल्कि पूरी मानवता का साझा आध्यात्मिक स्थल है, जहां हर दिन हजारों श्रद्धालु मत्था टेकने आते हैं।

उन्होंने सवाल उठाया कि पुलिस द्वारा एक संदिग्ध शुभम दुबे को हिरासत में लेने के बावजूद, पांच दिन बीतने के बाद भी असली दोषी सामने क्यों नहीं आया। जत्थेदार ने आशंका जताई कि कहीं इसका उद्देश्य श्रद्धालुओं के मन में डर पैदा कर उनकी संख्या को कम करना तो नहीं है।
पुलिस कमिश्नर ने मामले में क्या-क्या बताया..
दो कंपनियों में जॉब की, अब बेरोजगार चल रहा पुलिस कमिश्नर ने बताया कि शुभम दूबे 24 साल का है और सॉफ्टवेयर इंजीनियर है। वह दो कंपनियों में जॉब कर चुका है, लेकिन अब बेरोजगार है। कुछ टेक्निकल एवीडेंस मिले हैं, जिसके चलते शक शुभम पर गया है। फिलहाल, शुभम से कड़ी पूछताछ की जा रही है।
ई-मेल भेजने के लिए डार्कवेब का प्रयोग किया पुलिस कमिश्नर ने बताया कि ई-मेल भेजने के लिए आरोपी डार्कवेब का प्रयोग कर रहे हैं। यही कारण है कि आईपी एड्रेस अन्य-अन्य देशों के आ रहे हैं। इतना ही नहीं, पहले कुछ ई-मेल आउट-लुक से भेजे गए थे, लेकिन 16 जुलाई को भेजे ई-मेल हॉटमेल से भेजे गए।
दिल्ली, तमिलनाडु सहित कई राज्यों को भेजे ई-मेल पुलिस कमिश्नर ने कहा कि उन्हें आशंका है कि गोल्डन टेंपल को धमकी वाला ईमेल भेज कुछ युवक, संगठन या लोग ध्यान आकर्षित करना चाहते हैं। दरअसल, इस तरह के ई-मेल दिल्ली के स्कूलों, अदालतों, विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों और विभिन्न संस्थानों को भी आए हैं।
जांच एजेंसियां सभी मामलों की कड़ी जोड़ने में जुटी पुलिस कमिश्नर ने आगे बताया कि पुलिस को शुभम से पूछताछ के दौरान कुछ अहम सुराग मिल सकते हैं। जांच एजेंसियां यह पता लगाने में जुटी हैं कि क्या यह कोई अकेली साइबर धमकी थी या इसके पीछे कोई संगठित नेटवर्क या कट्टरपंथी साजिश है।

गोल्डन टेंपल में बढ़ाई गई सुरक्षा।
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने ली उच्च स्तरीय बैठक
धमकी भरे ई-मेल को गंभीरता से लेते हुए पंजाब के CM भगवंत मान ने डीजीपी गौरव यादव सहित शीर्ष पुलिस और खुफिया अधिकारियों के साथ बीते दिनों आपात बैठक की। बैठक के बाद उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर कहा- हम पंजाब की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं करेंगे। गोल्डन टेंपल जैसे पवित्र स्थल की रक्षा करना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हैं और कोई भी राष्ट्र-विरोधी तत्व बख्शा नहीं जाएगा।
मुख्यमंत्री ने पंजाब के लोगों को अफवाहों से दूर रहने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को देने की अपील की।
SGPC ने जताई थी चिंता
SGPC प्रधान हरजिंदर सिंह धामी ने इस पूरे घटनाक्रम पर चिंता व्यक्त की थी। उन्होंने कहा था कि ये स्पष्ट नहीं, धमकी किसी शरारत का हिस्सा है या किसी बड़ी साजिश का इशारा। उन्होंने सरकार से इस मामले की गहराई से जांच करने की मांग की थी।

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