ज्योति मल्होत्रा हिसार की रहने वाली है।
हरियाणा के हिसार की रहने वाली यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा को जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। आरोप है कि वह पाकिस्तान की खुफिया एजेंसियों के संपर्क में थी और सोशल मीडिया के माध्यम से उन्हें भारत की गोपनीय जानकारी भेज रही थी। ज्योति चार बार पाकि
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सुरक्षा एजेंसियों को ज्योति पर शक तब और गहरा हुआ, जब वह पाकिस्तान में क्रिकेट मैच देखने गई। वहां के एक दोस्त ने ज्योति की पूरी यात्रा का खर्च उठाया। इसके अलावा, वह श्रद्धालुओं के जत्थे के साथ 3 बार पाकिस्तान जा चुकी थी। अपनी आखिरी पाकिस्तान यात्रा से पहले वह वहां के सबसे प्राचीन हिंदू तीर्थस्थल के दर्शन करके आई थी।
ज्योति का निवास हिसार के घोड़ा फार्म स्थित रोड पर है। वह सोशल मीडिया पर ट्रैवल ब्लॉग बनाती है। पहले वह गुरुग्राम की एक निजी कंपनी में कार्यरत थी, लेकिन कोविड काल में उसे नौकरी से हटा दिया गया। इसके बाद वह ब्लॉगर बन गई। ज्योति का ‘ट्रैवल विद जो’ नाम से इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर चैनल है। उसके खिलाफ हिसार के सिविल लाइन थाने में मामला दर्ज किया गया है।

ज्योति मलहोत्रा ने अपनी डीपी पर कश्मीर के लाल चौक की फोटो लगाई हुई है।
ऐसे पाकिस्तानी एजेंट्स के संपर्क में आई ज्योति
- साल 2023 से जासूसी का शक: मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, साल 2023 में ज्योति मल्होत्रा ने पाकिस्तान की यात्रा की थी। यह यात्रा उसने कमीशन के जरिए वीजा लेकर की थी। इस दौरान ज्योति की मुलाकात पाकिस्तान हाई कमीशन के कर्मचारी एहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश से हुई, जिसके साथ उसके गहरे संबंध बन गए। दानिश के माध्यम से ज्योति की पहचान पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के अन्य एजेंटों से कराई गई, जिनमें अली अहसान और शाकिर उर्फ राणा शहबाज (जिसका नाम उसने अपने फोन में ‘जट्ट रंधावा’ सेव किया था) शामिल थे।
- सोशल मीडिया के जरिए एजेंटों के संपर्क में रही: रिपोर्ट के अनुसार, ज्योति इन एजेंटों के साथ वॉट्सऐप, टेलीग्राम और स्नैपचैट जैसे एन्क्रिप्टेड प्लेटफॉर्म्स के जरिए संपर्क में रही। वह न केवल पाकिस्तान के पक्ष में सोशल मीडिया पर सकारात्मक छवि पेश कर रही थी, बल्कि उसने संवेदनशील जानकारियां भी साझा कीं। ज्योति को दानिश और उसके सहयोगी अली अहसान के माध्यम से पाकिस्तानी खुफिया अधिकारियों (PIO) से मिलवाया गया, जिन्होंने पाकिस्तान में उसके आने-जाने और रहने की व्यवस्था कराई। उसने एक पाकिस्तानी खुफिया अधिकारी के साथ गहरे संबंध बनाए और हाल ही में उसके साथ इंडोनेशिया के बाली द्वीप की यात्रा भी की थी।
- दानिश को 2025 देश छोड़ने के आदेश दिए थे: मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश को जासूसी में शामिल होने के लिए 13 मई 2025 को भारत सरकार ने वांटेड घोषित किया और उसे देश छोड़ने का आदेश दिया गया। ज्योति को जिम्मेदारी सौंपी गई थी कि वह सोशल मीडिया के माध्यम से पाकिस्तान की सकारात्मक छवि पेश करे। पाकिस्तान उसका इस्तेमाल भारत के विरुद्ध प्रचार और जासूसी गतिविधियों के लिए कर रहा था।