ठियोग में सेब से लदा ट्राला फंसने से ठियोग-सैंज-चौपाल और छैला-राजगढ़-सोलन सड़क बीती रात से बंद
हिमाचल प्रदेश के कई भागों में रात से तेज बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने शाम 6 बजे तक हमीरपुर, कांगड़ा, बिलासपुर, कुल्लू, मंडी, शिमला, सिरमौर, सोलन और ऊना जिले में एक-दो स्थानों पर भारी बारिश की चेतावनी दी है। शिमला शहर और ढली से फागू के बीच में घनी धु
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वहीं, कुल्लू जिला के मनाली डिवीजन के सभी सरकारी व प्राइवेट स्कूलों और आईटीआई में आज (सोमवार को) छुट्टी घोषित की गई है। SDM मनाली ने इसे लेकर आदेश जारी कर दिए हैं, क्योंकि मनाली में बीती रात से ही भारी बारिश हो रही है। इससे क्षेत्र की सड़कें व रास्ते बंद हो गए हैं। मनाली में ब्यास नदी का जल स्तर भी बारिश से बढ़ने लगा है।

मनाली में भारी बारिश के बाद उफान पर ब्यास नदी
ठियोग-सैंज-चौपाल सड़क बंद
शिमला के ठियोग-सैंज-चौपाल और छैला-माइपुल-राजगढ़-सोलन सड़क पर बीती रात 8 बजे सेब से लदा ट्रोला फंस गया। इससे हाईवे पूरी तरह बंद पड़ा है और दर्जनों गाड़ियां 12 घंटे से सड़क खुलने के इंतजार में है। वहीं शिमला के पंथाघाटी में भी रात 9 बजे के करीब लैंडस्लाइड हो गया। इसका मलबा व पत्थर कुछ दुकानों में घुस गए। हालांकि लैंडस्लाइड से कुछ समय पहले लोगों ने वहां पार्क की गई गाड़ियां हटा दी थी। इससे पंथाघाटी-आईएसबीटी सड़क बंद हो गई। प्रदेश में बीते तीन-चार दिन से हो रही बारिश के कारण 295 सड़कें बंद पड़ी हैं।
आज 3 जिलों में ऑरेंज अलर्ट
मौसम विभाग ने ऊना, हमीरपुर और बिलासपुर में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट दिया गया है। इन जिलों में जल भराव और बाढ़ जैसे हालात बन सकते हैं। इसे देखते हुए लोगों को सतर्क रहने को कहा गया है।
प्रदेश के कांगड़ा, मंडी, सोलन और सिरमौर जिला में भी आज तेज बारिश का यलो अलर्ट है। अगले कल भी ऊना, बिलासपुर कांगड़ा और सिरमौर जिला में भारी बारिश की चेतावनी है।

मानसून में 184 की मौत
प्रदेश में मानसून सीजन में अब तक 184 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें 31 लोगों की जान बाढ़, लैंडस्लाइड और बादल फटने से हुई है, जबकि 36 लोग लापता हैं।
457 घर जमींदोज, 1192 को नुकसान
इस मानसून सीजन में अब तक 1714 करोड़ रुपए की सरकारी व निजी संपत्ति भी नष्ट हो गई है। प्रदेश में 457 घर पूरी तरह जमींदोज हो चुके हैं, जबकि 1192 घरों को आंशिक नुकसान हुआ है। आंशिक नुकसान वाले घरों में भी बड़ी संख्या में ऐसे मकान है जो खड़े जरूर है, लेकिन रहने योग्य नहीं बचे।