भारतीय युवक अमृतपाल ने सरकार से मदद की अपील की है।
पंजाब के फाजिल्का में भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर पर खेती करने गया युवक सरहद पार कर गया। इसी दौरान युवक को पाकिस्तानी रेंजर्स ने पकड़ लिया। करीब डेढ़ माह बाद अब युवक का एक वीडियो सामने आया है। इसमें युवक कह रहा है कि वह पाकिस्तानी जेल में बंद ह
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युवक का वीडियो सामने आते ही उसके परिवार ने स्थानीय पुलिस और BSF अधिकारियों को मामले की जानकारी दी। युवक द्वारा भेजा गया वीडियो भी सौंपा। युवक के पिता का कहना है कि जल्द से जल्द उनके बेटे का रिहा करवाया जाए। पंजाब सरकार और विदेश मंत्रालय से भी परिवार ने संपर्क किया है।
उधर, युवक के परिवार की ओर से भेजे गए कागजों से पता चला है कि युवक को 1 महीने की सजा दी गई है और उस पर एक लाख का जुर्माना भी किया गया है। युवक शादीशुदा है और उसकी एक बेटी भी है।

पाकिस्तानी जेल में बंद बेटे अमृतपाल सिंह की फोटो दिखाते उसके पिता जुगराज सिंह।
युवक अमृतपाल सिंह के पिता की जुबानी जानिए पूरा मामला..
- फिरोजपुर का रहने वाला, 21 जून को पाकिस्तानी सीमा में गया : युवक की पहचान अमृतपाल निवासी गांव खैरे के उताड़, जिला फिरोजपुर के रूप में हुई है। उसके पिता जुगराज ने बताया कि अमृतपाल शादीशुदा है और उसकी एक बेटी भी है। उसके पास लगभग 8.5 एकड़ ज़मीन है, जो सीमा सुरक्षा बल (BSF) की निगरानी में सीमा चौकी ‘राणा’ के पास कांटेदार बाड़ के पार स्थित है। 21 जून को भारत-पाक सीमा के पास स्थित अपने खेत को देखने गया था, लेकिन वापस नहीं लौटा।
- 27 जून को पाकिस्तानी रेंजर्स ने हिरासत में होने की जानकारी दी : शाम 5 बजे जब बॉर्डर गेट बंद होने वाला था, तब तक अमृतपाल वापस नहीं लौटा। बाद में बीएसएफ जवानों को कुछ पैरों के निशान मिले, जो पाकिस्तान की ओर जा रहे थे, जिससे यह आशंका और बढ़ गई कि वह अनजाने में सीमा पार कर गया। 27 जून को पाकिस्तानी रेंजर्स ने बीएसएफ को जानकारी दी कि अमृतपाल उनके पास स्थानीय पुलिस की हिरासत में है। इसके बाद बीएसएफ ने अमृतपाल के पिता जुगराज को मामले की जानकारी दी।
- एक माह हिरासत में रहा, 28 जुलाई को सुनाई गई सजा : पिता जुगराज ने बताया कि बेटे के पाकिस्तान में होने का पता चलते ही परिवार में हड़कंप मच गया। इसके बाद उन्होंने तुरंत पाकिस्तान में सुहेल नामक वकील किया। वकील ने पाकिस्तान के चूनीया कोर्ट से उनके लड़के अमृतपाल के केस के दस्तावेज व्हाट्सएप के जरिए भेजे हैं। इन कागजात के अनुसार अमृतपाल पर विदेशी अधिनियम 1946 के तहत आरोप लगाया गया है। 28 जुलाई को अमृतपाल को एक महीने की सजा सुनाई गई है। एक लाख रुपए का जुर्माना भी किया गया है।

युवक अमृतपाल के घर पर मौजूद परिवार और गांव के लोग। (फाइल फोटो)
परिवार ने पंजाब सरकार और विदेश मंत्रालय से लगाई गुहार जुगराज ने आगे बताया कि ये जुर्माना तभी अदा किया जा सकता है, जब विदेश मंत्री पाकिस्तान में पत्र भेजेंगे कि भारतीय युवक को डिपोर्ट किया जाए। उन्होंने सरकार से मदद की गुहार लगाई है कि वह जुर्माना अदा नहीं कर सकते। ऐसे में जुर्माना अदा न करने की सूरत में उनके लड़के को 15 दिन ओर जेल की सजा काटनी होगी। उन्होंने सरकार से अपील की है कि वह उसके बेटे की जल्द वापसी के लिए जरूरी कदम उठाए।

बीएसएफ के डीजी से मुलाकात करते सांसद फिरोजपुर।
फिरोजपुर सांसद कर चुके BSF डीजी से दिल्ली में मुलाकात अमृतपाल सिंह की वापसी के लिए प्रयास भी तेज हो गए हैं। फिरोजपुर के कांग्रेस सांसद शेर सिंह घुबाया ने इस मामले को लेकर दिल्ली में बीएसएफ महानिदेशक दलजीत सिंह चौधरी से मुलाकात कर मामला उठाया। इस पर डीजी ने शीघ्र कार्रवाई का आश्वासन दिया। इससे पहले, फिरोजपुर जिला प्रशासन की टीम ने भी अमृतपाल के घर पहुंच कर परिवार को आश्वस्त किया था कि सरकार इस मामले में हर संभव मदद करेगी।