पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा की आज हिसार कोर्ट में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग (VC) के जरिए पेशी होगी। ज्योति को 16 मई को हिसार पुलिस ने उसके घर से गिरफ्तार किया था।
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गिरफ्तारी के बाद वह 9 दिन तक पुलिस रिमांड पर रही। फिर 23 जून को कोर्ट ने उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया था। इससे पहले ज्योति के वकील कुमार मुकेश ने नीचली अदालत में बेल याचिका दायर की थी, जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया था।
ज्योति पर आरोप है कि उसने पाकिस्तान के एजेंटों से संपर्क में रहकर संवेदनशील जानकारियां साझा की थीं। पुलिस की शुरुआती जांच में यह सामने आया कि उसकी पाक एजेंटों से बातचीत हुई थी। इसके बाद भारतीय खुफिया एजेंसियों ने भी उससे पूछताछ की थी।
वकील कुमार मुकेश का कहना है कि वे अब सेशन कोर्ट में जमानत याचिका दाखिल करेंगे और कानूनी पहलुओं की जांच कर रहे हैं। आज की पेशी में आगे की कार्यवाही को लेकर दिशा तय हो सकती है।

वकील ने कहा- ज्योति पर लगाई गई धाराएं गलत वहीं ज्योति के वकील कुमार मुकेश का कहना है कि ज्योति पर जो धाराएं लगाई हैं वो गलत है। पुलिस की जांच से ऐसा नहीं लगता कि ज्योति पर जो आरोप है वह सही हैं। कुमार मुकेश का कहना है कि हालांकि पुलिस की चार्जशीट से पता चलेगा कि पुलिस ने किस आधार पर ज्योति पर कार्रवाई की है।
कुमार मुकेश ने कहा कि अगर बीएनएस की धारा 152 नहीं हटती है तो पुलिस 90 दिन में चार्जशीट पेश कर सकती है। अगर धारा हट जाती है तो बाकी धाराओं के हिसाब से 60 दिन में चार्जशीट पेश कर सकती है। अगर पुलिस अपनी जांच में 152 बी बरकरार रखती है तो वह 90 दिन में चार्जशीट पेश कर सकती है।

कुमार मुकेश ज्योति के वकील।
पिता कई बार मिल चुके, ताऊ के बारे में पूछती है ज्योति पाकिस्तान के लिए जासूसी के आरोप में पकड़ी गई यूट्यूबर ज्योति के पिता हरीश मल्होत्रा ज्योति से कई बार जाकर जेल मिल चुके हैं। ज्योति अपने ताऊ के बारे में ही उनसे पूछती रहती है। वह पिता से कहती है कि ताऊ जी से कहना मैं जल्दी घर आ जाउंगी। वहीं जेल प्रशासन का कहना है कि ज्योति जेल में पूरी तरह से ठीक है और अपनी दिनचर्या पूरी करती है। वह पूरा खाना खाती है और पूरी नींद ले रही है।

यात्रा के दौरान पाकिस्तानी एजेंट्स के संपर्क में ऐसे आई ज्योति.. 1. साल 2023 से जासूसी का शक हरियाणा की हिसार पुलिस के मुताबिक, साल 2023 में ज्योति ने पाकिस्तान की यात्रा की थी। यह यात्रा उसने उच्चायोग के जरिए वीजा लेकर की थी। इस दौरान ज्योति की मुलाकात पाकिस्तान हाई कमीशन के कर्मचारी एहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश से हुई, जिसके साथ उसके फ्रेंडली संबंध बन गए।
ऐसा शक है कि दानिश के माध्यम से ज्योति की पहचान पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के अन्य एजेंटों से कराई गई। इनके नाम अली अहसान और शाकिर उर्फ राणा शहबाज बताए जा रहे हैं।
2. सोशल मीडिया के जरिए एजेंटों के संपर्क में रही: रिपोर्ट के अनुसार, ज्योति के इन एजेंटों के साथ संपर्क रहे। कई जानकारियां भी साझा करने बात पुलिस ने कही है, लेकिन वे जानकारियां कितनी संवेदनशील हैं, इसके बारे में कुछ नहीं कहा। ये भी दावा है कि ज्योति को दानिश और उसके सहयोगी अली अहसान के जरिए पाकिस्तानी खुफिया अधिकारियों (PIO) से मिलवाया गया।
3. दानिश को भारत छोड़ने को कहा गया: मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश को जासूसी में शामिल होने के आरोप में 13 मई 2025 को भारत सरकार ने परसोना नॉन ग्राटा घोषित किया और उसे देश छोड़ने का आदेश दिया गया। दानिश ने कई यू-ट्यूबर्स को अपने साथ जोड़ा और पूरा नेटवर्क खड़ा किया।
