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भुवनेश्वर2 मिनट पहले
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पुलिस ने बताया कि दो सगे भाइयों के अलावा एक और संदिग्ध आरोपी है, जिसकी तलाश की जा रही है।
ओडिशा के जगतसिंहपुर जिले में दो भाइयों ने एक 15 साल की नाबालिग लड़की के साथ गैंगरेप किया। नाबालिग जब 5 महीने की प्रेग्नेंट हो गई, तो आरोपियों ने उसे जिंदा दफनाने की कोशिश की। वे पिछले एक साल से नाबालिग के साथ रेप कर रहे थे।
पुलिस ने दोनों भाइयों को गिरफ्तार कर लिया है। उनकी पहचान भाग्यधर दास और पंचानन दास के रूप में हुई है। दोनों की उम्र 60 और 55 साल है। पुलिस ने शुक्रवार को दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया।मामले में तीसरा संदिग्ध, तुलु अभी लापता है। उसकी तलाश जारी है।
अधिकारी ने बताया कि आरोपी भाई एक मठ (आश्रम) में काम करते थे, जहां नाबालिग अक्सर जाती थी। नाबालिग के पिता ने आरोप लगाया कि उन्होंने शुरुआत में एक स्थानीय पंचायत पदाधिकारी को जानकारी दी थी, लेकिन उसने घटना को दबाने के लिए पैसे ऑफर किए और पुलिस में शिकायत करने पर अंजाम भुगतने की धमकी दी।

पीड़ित के पिता ने तीन आरोपियों के खिलाफ FIR दर्ज करवाई है। तस्वीर प्रतीकात्मक है।
नाबालिग को अबॉर्शन की धमकी दे रहे रहे थे आरोपी पुलिस सूत्रों के मुताबिक, आरोपी नाबालिग को लगातार अबॉर्शन कराने की धमकी दे रहे थे। उन्होंने मदद के बहाने पीड़िता को एक जगह बुलाया। नाबालिग वहां पहुंची तो उसने देखा कि आरोपियों ने जमीन में एक गड्ढा खोदा हुआ था। आरोपियों ने उसे धमकी दी कि अगर उसने अबॉर्शन नहीं कराया, तो वे उसे जिंदा ही गड्ढे में गाड़ देंगे।
पीड़ित किसी तरह आरोपियों से बच निकली और अपने पिता को पूरी आपबीती सुनाई। उसके पिता ने कुजांग पुलिस स्टेशन में रेप और पॉक्सो अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज कराया है। नाबालिग का जिला मुख्यालय अस्पताल में मेडिकल टेस्ट कराया गया।
राज्य में 6 दिनों में रेप का तीसरा मामला ओडिशा में पिछले 6 दिनों के दौरान रेप का यह तीसरा, और जगतसिंहपुर जिले में दूसरा मामला है। इससे पहले, 22 जुलाई को जगतसिंहपुर में एक बर्थडे पार्टी से लौटते समय दो लोगों ने एक 18 साल की युवती अगवा कर लिया और उसके साथ रेप किया। पीड़िता एक खेत में खून से लथपथ पाई गई थी। पीड़ित जिला मुख्यालय अस्पताल में भर्ती है।
20 जुलाई को राज्य के मलकानगिरी जिले में भी ऐसा ही एक मामला सामने आया था। एक नाबालिग लड़की को तीन लोगों ने अगवा कर उसके साथ गैंगरेप किया। वह किसी तरह उनके चंगुल से बच निकली, लेकिन घर लौटते समय रास्ते में एक ट्रक ड्राइवर ने उसके साथ फिर से रेप किया।
ओडिशा में जुलाई में लड़कियों पर अपराध के दो बड़े मामले हुए-
1. 12 जुलाई: बालासोर में छात्रा ने कॉलेज में खुद को आग लगाई थी

ओडिशा के बालासोर में 12 जुलाई को एक छात्रा ने कॉलेज कैंपस में खुद को आग लगाई थी।
इससे पहले, 12 जुलाई को ओडिशा के ही बालासोर जिले के फकीर मोहन कॉलेज में एक 20 साल की छात्रा ने खुद को आग लगा ली थी। छात्रा में कॉलेज फैकल्टी के खिलाफ सेक्शुअल हैरेसमेंट की शिकायत दी थी, लेकिन उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो रही थी।
घटना वाले दिन, छात्रा फैकल्टी की शिकायत करने कॉलेज के प्रिंसिपल के पास गई थी। प्रिंसिपल के ऑफिश से निकलने के बाद उसने खुद पर पेट्रोल डालकर आग लगा ली। वह करीब 95 फीसदी झुलस चुकी थी। 14 जुलाई की देर रात भुवनेश्वर AIIMS में इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया।
2. 19 जुलाई: पुरी में 3 लोगों ने नाबालिग लड़की को जिंदा जलाया

घटना पुरी के बालंगा थाने से सिर्फ डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर हुई थी।
बालासोर की घटना के मजह 8 दिन बाद, पुरी में 19 जुलाई को 15 साल की नाबालिग लड़की पर तीन लोगों ने पेट्रोल डालकर आग लगा दी थी। नाबालिग को 20 जुलाई को भुवनेश्वर एम्स से एयरलिफ्ट करके दिल्ली एम्स लाया गया था। उसकी हालत अब भी गंभीर बनी हुई है।
सुप्रीम कोर्ट ने इस घटना पर कहा, ‘हम शर्मिंदा हैं।’ जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस जॉयमाल्य बागची की बेंच ने 21 जुलाई को कहा कि ग्रामीण इलाकों की स्कूली लड़कियों, घरेलू महिलाओं और बच्चों को सुरक्षित वातावरण मिलना चाहिए। कोर्ट ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और महिला सुरक्षा पर गंभीर चिंता जताई।
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