MP Gurjeet Singh Aujla ; Operation Sindoor Debate In Parliament Golden temple Attack | पंजाब सांसद औजला का संसद में केंद्र सरकार पर हमला: गोल्डन टेंपल का मुद्दा उठाया; बोले- 35 राफेल की परेड करा दें पीएम मोदी – Amritsar News

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संसद में बोलते हुए कांग्रेस सांसद गुरजीत सिंह औजला।

पंजाब के अमृतसर से कांग्रेस सांसद गुरजीत सिंह औजला ने संसद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार को कड़े शब्दों में घेरते हुए पहलगाम आतंकी हमले, सीजफायर के फैसले और पाकिस्तान व चीन के साथ संबंधों पर कई गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने सरकार पर सुरक्षा

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इस दौरान उन्होंने गोल्डन टेंपल को निशाना बनाने वाली बात को भी सदन में उठाया और आरोप लगाया कि केंद्र सरकार उसमें राजनीति करना चाहती थी। उन्होंने कहा- मिलिट्री का राजनीतिकरण किया। वे सोशल मीडिया पर आकर बोल रहे हैं। लेकिन क्या जरूरत थी कि किसी आर्मी अधिकारी से गोल्डन टेंपल को निशाना बनाने वाली बात को बुलवाया गया। ये क्या राजनीति खोजना चाहते थे ?

संसद में चेयर पर मौजूद दिलीप सैकिया और मंच पर बोलते हुए सांसद गुरजीत सिंह औजला।

संसद में चेयर पर मौजूद दिलीप सैकिया और मंच पर बोलते हुए सांसद गुरजीत सिंह औजला।

पहलगाम हमले पर उठाए सवाल

गुरजीत औजला ने कहा कि 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में हमारे 26 टूरिस्ट मारे गए, लेकिन अभी तक न तो हमलावर पकड़े गए और न ही सरकार ने कोई ठोस जानकारी साझा की। “ये आतंकी आए कहां से, घुसे कैसे? आज करीब 100 दिन हो गए, लेकिन गृहमंत्री ने कोई जवाब नहीं दिया।”

उन्होंने प्रधानमंत्री की भूमिका पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि हमले के दो दिन बाद 24 अप्रैल को प्रधानमंत्री बिहार में पंचायत दिवस मना रहे थे, जबकि उस समय उन्हें देश के साथ खड़ा होना चाहिए था। पंचायती दिवस तो अगले साल भी उठाया जा सकता था।

35 राफेल की परेड करवाने की उठी मांग

औजला ने संसद में कहा कि 7 मई को आर्मी ने पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर हमला किया। नुकसान पर चर्चा हुई। पाकिस्तान ने कहा कि 5 राफेल गिरा दिए। हम भी नहीं मानते और ना ही हमारी आर्मी मानती है। लेकिन प्रधानमंत्री से गुजारिश है कि सभी 35 रिफेल की परेड करवा दीजिए और पूरी दुनिया को बता दीजिए कि देश को भ्रम में डाला जा रहा है।

सीजफायर पर भी उठाए सवाल

उन्होंने 10 मई को डोनाल्ड ट्रंप द्वारा सीजफायर की बात कहे जाने का जिक्र करते हुए कहा कि कोई भी युद्ध बिना एग्रीमेंट के खत्म नहीं होता। जब इंदिरा गांधी ने पाकिस्तान को दो हिस्सों में बांटा, तो शिमला समझौता हुआ था। लेकिन ये पहला युद्ध है जो तीन दिन चला और बिना किसी समझौते के खत्म हो गया। आखिर ये सीजफायर कैसे हो गया।

औजला ने आरोप लगाया कि इस निर्णय के पीछे व्यापारिक हित छिपे हैं। अडाणी के सोलर प्लांट पर हमले की आशंका के बाद ही अचानक सीजफायर कर दिया गया।

पाकिस्तान और चीन के खिलाफ तीखे तेवर

सांसद ने कहा कि हमारी सेना दुश्मनों से लड़ रही है, लेकिन सरकार चीन के साथ व्यापार कर रही है, जबकि चीन पाकिस्तान को पैसा देता है और वो आतंकवाद को बढ़ावा देता है। उन्होंने कहा कि आतंकवाद से सबसे ज्यादा पंजाब पीड़ित है। आज भी पाकिस्तान रुका नहीं है। अमृतसर और आसपास के पुलिस स्टेशनों पर 18 हैंड ग्रेनेड फेंके गए हैं।

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