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नागपुर38 मिनट पहले
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यह बात उन्होंने रविवार को नागपुर में ‘प्रकाश देशपांडे स्मृति कुशल संगठक पुरस्कार समारोह’ में कही।
केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी का कहना है कि समाज में कुछ ऐसे लोग भी होने चाहिए, जो सरकार के खिलाफ केस दाखिल कर सकें। यह बात उन्होंने रविवार को नागपुर में ‘प्रकाश देशपांडे स्मृति कुशल संगठक पुरस्कार समारोह’ में कही।
अपने संबोधन में उन्होंने कहा- अगर सिस्टम में अनुशासन चाहिए तो सरकार के खिलाफ अदालत का सहारा लेना जरूरी है। उन्होंने यह भी कहा कि कई बार अदालत का आदेश ऐसे काम भी करवा देते हैं, जो सरकार नहीं करवा पातीं।

जनता को लुभाने की राजनीति नेताओं के आड़े आती है समाज में कुछ लोगों को सरकार के खिलाफ अदालत में याचिकाएं दाखिल करनी चाहिए। इससे नेताओं और सिस्टम में अनुशासन आता है। ऐसा इसलिए क्योंकि जनता को लुभाने की राजनीति नेताओं और मंत्रियों के आड़े आती है और वे जनहित में कदम नहीं उठा पाते।
इस दौरान उन्होंने ऐसे कई लोगों के उदाहरण भी दिए, जिन्होंने सरकार के खिलाफ ही किसी मामले में अर्जी दाखिल की थी। उन्होंने कहा कि प्रशासन में अनुशासन बनाए रखने के लिए यह जरूरी चीज है।

समाज में जागरूक और जुझारू लोगों की मौजूदगी जरूरी गडकरी ने इस मौके पर कुशल संघटक के रूप में सम्मानित लोगों की सराहना करते हुए कहा कि इन लोगों ने सरकार के खिलाफ कई कानूनी लड़ाइयां लड़ीं। उन्होंने कहा कि समाज में ऐसे जागरूक और जुझारू लोगों की मौजूदगी जरूरी है जो सिस्टम की गलतियों को उजागर करें और जनता के हित में कदम उठाएं।
केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि ये लोग सिर्फ विरोध करने के लिए नहीं, बल्कि जनहित में काम कर रहे थे। इन लोगों ने अदालत के माध्यम से सरकार की जवाबदेही तय की और साबित किया कि लोकतंत्र में जागरूक नागरिकों की कितनी अहम भूमिका होती है। कई बार ऐसा हुआ है कि जब लोग अदालत गए तो सरकार को अपने किसी फैसले से पीछे हटना पड़ा।
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