भुवनेश्वर3 मिनट पहले
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छात्रा ने 12 जुलाई को प्रिंसिपल से मुलाकात के बाद खुद पर केरोसीन छिड़ककर आग लगा ली थी।
ओडिशा के बालासोर स्थित फकीर मोहन ऑटोनॉमस कॉलेज में खुद को आग लगाने वाली 20 साल की स्टूडेंट ने सोमवार देर रात दम तोड़ दिया। छात्रा 95 फीसदी झुलस चुकी थी और पिछले 3 दिनों से भुवनेश्वर के AIIMS में जिंदगी की जंग लड़ रही थी।
छात्रा फकीर मोहन कॉलेज में इंटीग्रेटेड बी.एड कोर्स में सेकेंड ईयर की स्टूडेंट थी। उसने 12 जुलाई को हेड ऑफ डिपार्टमेंट (HOD) के सेक्शुअल हैरेसमेंट से परेशान होकर कॉलेज कैंपस में खुद पर केरोसीन छिड़ककर आग लगा ली थी।
घटना से पहले वह प्रिंसिपल के पास गई थी, लेकिन प्रिंसिपल ने उसे अपनी शिकायत वापस लेने को कहा था। इसके बाद उसने आत्मदाह कर लिया। छात्रा को पहले बालासोर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां से डॉक्टरों ने AIIMS भुवनेश्वर रेफर कर दिया था।
ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने छात्रा की मौत के बाद X पर कहा कि सभी दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलेगी। छात्रा की मौत के बाद AIIMS पहुंची ओडिशा की उप मुख्यमंत्री प्रावती परिदा ने बताया कि पीड़िता की सोमवार रात लगभग 11:45 बजे मौत हो गई।

पुलिस ने आरोपी HOD समीर कुमार साहू को गिरफ्तार किया है।
पुलिस ने HOD और प्रिंसिपल को गिरफ्तार किया ओडिशा पुलिस ने 12 जुलाई को ही आरोपी HOD समीर कुमार साहू को गिरफ्तार कर लिया था। राज्य सरकार ने कॉलेज के प्रिंसिपल दिलीप घोष को सस्पेंड किया था। हालांकि, राज्य भर में विरोध-प्रदर्शन के बीच 14 जुलाई को पुलिस ने प्रिंसिपल को भी गिरफ्तार कर लिया।
ओडिशा सरकार ने मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी बनाई है। जिला पुलिस के अलावा क्राइम ब्रांच की एक टीम भी घटना की जांच कर रही है। पूर्वी रेंज के DIF सत्यजीत नाइक ने बताया कि जांच में तेजी लाने के लिए SIT का गठन किया गया है।
राष्ट्रपति मुर्मू ने पीड़ित छात्रा से मुलाकात की थी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 14 जुलाई को AIIMS के बर्न यूनिट में जाकर पीड़िता से मुलाकात की थी। राष्ट्रपति दीक्षांत समारोह में शामिल होने के लिए भुवनेश्वर AIIMS पहुंची थीं। उन्होंने पीड़िता के परिवार को अच्छे से अच्छा इलाज का आश्वासन दिया था।

भुवनेश्वर AIIMS में राष्ट्रपति मुर्मू ने पीड़ित छात्रा से मुलाकात की।
5 तस्वीरों में पूरी घटना…

छात्रा ने कॉलेज के भीतर ही खुद को आग लगाया और लपटों के साथ भागते हुए बाहर निकली।

कॉलेज कैंपस में कई छात्र थे, जो उसे देखकर भागने लगे। कुछ छात्रों ने आग बुझाने की कोशिश की।

लपटों में घिरी छात्रा भागती दिखी। कुछ लड़कों ने अपनी शर्ट उतारकर आग बुझाने की कोशिश की।

पीड़ित छात्रा को पहले बालेश्वर अस्पताल में भर्ती कराया गया। फिर भुवनेश्वर रेफर किया गया।

छात्रा को बचाने के दौरान एक छात्र झुलस गया। उसके चेहरे और हाथ हल्के जल गए।
प्रिंसिपल ने कहा था- छात्रा मिलने आई, फिर उसने आग लगा ली
घटना पर कॉलेज प्रिंसिपल दिलीप कुमार घोष ने कहा था कि 30 जून को मेरे पास इंग्लिश डिपार्टमेंट के हेड समीर कुमार साहू के खिलाफ शिकायत आई थी। कुछ छात्राओं ने बताया था कि समीर साहू उनका मानसिक उत्पीड़न कर रहा है।
प्रिंसिपल के मुताबिक, एक लड़की ने आरोप लगाया था कि HOD ने गार्डन के पास उससे शारीरिक संबंध बनाने की मांग की थी। उसी दिन छात्रों ने कॉलेज का घेराव किया था। पुलिस को भी बुलाया गया था। छात्रों की मांग पर इंटरनल कम्प्लेंट कमेटी बनाई थी। कमेटी में सीनियर महिला टीचर, प्रतिनिधि और कुछ बाहरी सदस्य थे।
प्रिंसिपल ने कहा, ‘कमेटी ने 7 दिन में रिपोर्ट दी थी। हालांकि कुछ छात्र तत्काल कार्रवाई की मांग कर रहे थे। 12 जुलाई को पीड़ित छात्रा फिर से मेरे पास आई थी। मैंने 20 मिनट तक उसे समझाया, लेकिन वह यह कहकर चली गई कि अब और इंतजार नहीं कर सकती। करीब 15-20 मिनट बाद उसने खुद को आग लगा ली।’
नवीन पटनायक बोले- शिकायत के बाद छात्रा को न्याय नहीं मिला मामले पर ओडिशा के पूर्व CM नवीन पटनायक ने X पोस्ट में कहा-

घटना से ये बात सामने आई है कि बार-बार शिकायत के बाद छात्रा को न्याय नहीं मिला। 1 जुलाई को पीड़ित ने सोशल मीडिया पर भी अपने शिकायत रखी थी, लेकिन एक्शन नहीं लिया गया। वो महीने से पीड़ित थी। कॉलेज प्रिंसिपल, केंद्रीय मंत्री, ओडिशा CM से शिकायत के बाद उसे न्याय नहीं मिला। राज्यपाल हरि बाबू कभमपति छात्रा को न्याय दिलाएं।
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