आसपास के लोगों ने हरभजन मान को गाड़ी से बाहर निकाला।
हरियाणा के कुरुक्षेत्र में मशहूर पंजाबी सिंगर व एक्टर हरभजन मान की गाड़ी का एक्सीडेंट हो गया। वह सोमवार सुबह दिल्ली में शो कर चंडीगढ़ लौट रहे थे। जब उनकी पजेरो गाड़ी दिल्ली-चंडीगढ़ नेशनल हाईवे-44 पर पिपली फ्लाईओवर पर पहुंची तो अचानक सामने गाय आ गई। गाड़ी
.
आसपास के लोगों ने तुरंत हरभजन को बाहर निकाला। हादसे में वह बाल-बाल बच गए। उनके सुरक्षाकर्मी को हल्की चोटें आई हैं। सूचना मिलते ही पुलिस की टीमें मौके पर पहुंचीं। घटना के कुछ देर बाद हरभजन मान दूसरी गाड़ी से चंडीगढ़ के लिए रवाना हुए।

पजेरो गाड़ी के साथ हरभजन मान की फाइल फोटो।
सब्जी विक्रेता ने हरभजन को बाहर निकाला जानकारी के मुताबिक सोमवार सुबह करीब 5 बजे हाईवे पर एक गाड़ी के सामने गाय आ गई। गाड़ी गाय से टकराकर डिवाइडर से जा टकराई और फिर हाईवे पर ही पलट गई। उस दौरान वहां से सब्जी विक्रेता सुरजीत कुमार गुजर रहा था। हादसे के तुरंत बाद वह मौके पर पहुंचा और गाड़ी में फंसे लोगों को बाहर निकाला।
बाहर निकले लोगों ने बताया कि यह गाड़ी पंजाबी सिंगर हरभजन मान की है। इसके बाद वहां भीड़ जमा हो गई। लोगों ने हरभजन मान को संभाला, लेकिन वह ठीक थे। उनके सुरक्षाकर्मी को थोड़ी चोटें आई थीं। फिर पुलिस को घटना की जानकारी दी गई। कुछ देर बाद पुलिस की टीमें मौके पर पहुंचीं। इसके बाद दूसरी गाड़ी से हरभजन मान चंडीगढ़ के लिए रवाना हुए।
हरभजन मान के दिल्ली शो का पोस्टर…

1980 में की सिंगिंग की शुरुआत हरभजन मान एक जाने-माने पंजाबी गायक, अभिनेता और फिल्म निर्माता हैं। उनका जन्म 30 दिसंबर 1965 को पंजाब के बठिंडा जिले के गांव खेमुआना में हुआ था। हरभजन ने अपने सिंगिंग करियर की शुरुआत 1980 में की थी। हालांकि, उनकी पेशेवर सिंगिंग की शुरुआत 1992 में पंजाबी गाने “चिट्ठिये नीं चिट्ठिये” से हुई।
हरभजन मान को असली पहचान तब मिली, जब 1999 में उनकी एल्बम “ओए-होए” को टी-सीरीज और एमटीवी इंडिया की तरफ से प्रमोट किया गया। इसके बाद उन्होंने “जग ज्योंदिया दे मेले”, “वधाइयां जी वधाइयां”, “नचलै”, “हाये मेरी बिल्लो”, “सतरंगी पींघ” और “मौज मस्तियां” जैसे हिट गाने दिए।
उन्होंने 2002 में पंजाबी फिल्म “जी आयां नूं” से फिल्मों में एंट्री ली थी। इसके बाद उन्होंने “असां नूं मान वतना दा”, “दिल अपणा पंजाबी”, “मिट्टी वाजां मारदी”, “मेरा पिंड-माई होम”, “जग ज्योंदियां दे मेले” और “हीर-रांझा” जैसी फिल्में कीं। 2013 में उन्होंने छोटे भाई गुरसेवक मान के साथ मिलकर एक गीत रिलीज किया।

पत्नी हरमन कौर के साथ हरभजन सिंह की फाइल फोटो।
3 महीने पहले ससुर का निधन हुआ कनाडा में 3 महीने पहले हरभजन मान के ससुर हरचरण सिंह का निधन हो गया था। हरचरण सिंह ने टोरंटो में अंतिम सांस ली। हरभजन सिंह ने खुद अपने फेसबुक अकाउंट पर इसकी जानकारी दी थी। हरचरण सिंह शिरोमणि कविशर करनैल सिंह पारस के बेटे थे। पूर्व केंद्रीय मंत्री बलवंत सिंह रामूवालिया उनके भाई हैं।
ससुर के निधन पर हरभजन ने लिखा था, “मेरी धर्मपत्नी हरमन मान के पिताजी और मेरे आदरणीय पिताजी (ससुर) हरचरण सिंह गिल जी अपनी सांसारिक यात्रा पूर्ण कर गुरु महाराज जी के चरणों में विराजमान हो गए हैं। पिछले 53 साल से टोरंटो में रह रहे पापा जी बहुत ही आगे की सोच और नेक दिल इंसान थे, जो हर किसी की मदद करते थे।
शिरोमणि कविशर करनैल सिंह पारस जी के बड़े पुत्र पापा जी हरचरण सिंह जी ने अपने पैतृक गांव रामूंवाला नवां, जिला मोगा में विभिन्न विद्यालयों में शिक्षक के रूप में सेवाएं दीं। उनकी सलाह और प्रोत्साहन ने हमें हमेशा आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया है। उन्होंने हमें हर हाल में जिंदादिली से जीना सिखाया है। उनकी शिक्षाएं और उनकी यादें हमेशा हमारे साथ रहेंगी। ईश्वर उन्हें अपने चरणों में स्थान दे, ऐसी प्रार्थना करते हैं।”