- Hindi News
- National
- Shashi Tharoor Vs Rahul Gandhi; Trump India Economy Remark | Congress BJP
नई दिल्लीकुछ ही क्षण पहले
- कॉपी लिंक

शशि थरूर ने शुक्रवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि इंडियन इकोनॉमी डेड नहीं हुई है।
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने इंडियन इकोनॉमी डेड मामले पर राहुल गांधी के बयान को नकारा है। संसद परिसर में शुक्रवार को मीडिया ने थरूर से पूछा कि क्या भारत की इकोनॉमी डेड हो चुकी है? इस पर उन्होंने जवाब दिया- नहीं ऐसा बिल्कुल नहीं है, सभी को पता है।
दरअसल, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने गुरुवार को भारत पर 25% टैरिफ लगाने के बाद भारतीय अर्थव्यवस्था को डेड इकोनॉमी (मृत अर्थव्यवस्था) बताया था। इसपर राहुल ने कहा था- मुझे खुशी हुई कि अमेरिकी राष्ट्रपति ने फैक्ट बताया है।
राहुल ने कहा था- पूरी दुनिया जानती है कि भाजपा ने अडाणी की मदद के लिए भारतीय अर्थव्यवस्था को बर्बाद कर दिया है। ट्रम्प सही कह रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी और वित्त मंत्री को छोड़कर सभी जानते हैं कि भारत की इकोनॉमी डेड है।

राहुल ने लिखा था- मोदी ने अर्थव्यवस्था को मारा

राहुल गांधी ने अपने X पर पोस्ट किया था- भारत की इकोनॉमी मर चुकी है। इसे मोदी ने मार दिया।
1. मोदी-अडाणी की पार्टनरशिप 2. नोटबंदी और खामियों वाला GST 3. ‘असेंबल इन इंडिया’ फेल रहा (राहुल मेक इन इंडिया को असेंबल इन इंडिया कहते हैं) 4. MSMEs यानी छोटे-मध्यम उद्योग खत्म हो गए 5. किसानों को दबा दिया गया
मोदी ने भारत के युवाओं का भविष्य खत्म कर दिया, क्योंकि नौकरियां नहीं हैं।
ट्रम्प के टैरिफ लगाने पर किसने क्या-क्या कहा था…
- कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी: अमेरिकी राष्ट्रपति ने टैरिफ पर जो कहा, उसे सबने देखा है। प्रधानमंत्री मोदी हर जगह जाते हैं, दोस्त बनाते हैं और फिर हमें बदले में यही मिलता है।
- कांग्रेस सांसद शशि थरूर- यह हमारे लिए बहुत गंभीर मामला है। 25% टैरिफ के साथ रूस से तेल और गैस खरीदने पर जुर्माना जुड़ सकता है, जिससे यह 35-45% तक हो सकता है। कुछ खबरों में 100% पेनल्टी की बात भी हो रही है, जो भारत-अमेरिका व्यापार को पूरी तरह बर्बाद कर देगी।
- कांग्रेस के राजीव शुक्ला: ट्रम्प देशों को धमका रहे हैं। वे भारत से रूस के साथ व्यापार न करने के लिए कह रहे हैं। यह बहुत गलत है। अमेरिका भारत का समर्थन नहीं कर रहा है। हम ट्रम्प के साथ दोस्ती का दावा कर रहे थे। वह कहां है। वे कहते हैं, मोदी मेरे दोस्त हैं, लेकिन 25% टैरिफ लगा रहे, इसका क्या मतलब है। वह भारत के साथ अन्याय कर रहे हैं।
- राज्यसभा सांसद जयराम रमेश: हाउडी मोदी और नमस्ते ट्रम्प से कोई फायदा नहीं हुआ। हमें इस दोस्ती से क्या मिला। यह हमारे देश, हमारी अर्थव्यवस्था के लिए बहुत बड़ा झटका है। पीएम को डरना नहीं चाहिए। अमेरिका की ब्लैकमेलिंग हमारे लिए मुसीबत का समय है। हम सोचते थे हमारे सामने दो बड़ी चुनौतियां हैं – पाकिस्तान और चीन, लेकिन अमेरिका तीसरी बड़ी मुसीबत बनकर उभरा है।
- जदयू सांसद संजय कुमार झा: यह कोई नई बात नहीं है। ऐसी जानकारी मिली है कि अलग-अलग देशों ने अलग-अलग दरों पर टैरिफ लगाए हैं। सरकार वही करेगी जो देश के हित में होगा। सरकार कृषि और एमएसएमई क्षेत्र के हित में काम करेगी। सरकार ने यह भी कहा है कि बातचीत जारी है। सरकार और पीएम मोदी समाधान निकालने में सक्षम हैं।
भारत पर ट्रम्प का 25% टैरिफ 7 दिन टला

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने 1 अगस्त से दुनियाभर के 92 देशों पर टैरिफ लगाने का ऐलान किया था।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने भारत पर 25% टैरिफ को 7 दिन के लिए टाल दिया है। ये आज से लागू होना था, जो अब 7 अगस्त से लागू होगा। ट्रम्प ने 92 देशों पर नए टैरिफ की लिस्ट जारी की है। इसमें भारत पर 25% और पाकिस्तान पर 19% टैरिफ लगाया गया है। हालांकि, कनाडा पर आज से ही 35% टैरिफ लागू हो गया है। पूरी खबर पढ़ें…
———————————————
ये खबर भी पढ़ें…
पाकिस्तान पर मेहरबान ट्रम्प, सिर्फ 19% टैरिफ लगाया:एक दिन पहले ऑयल डील का ऐलान किया; पहले कह चुके- आई लव पाकिस्तान

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने ऐलान किया है कि अमेरिका पाकिस्तान पर सिर्फ 19% टैरिफ लगाएगा। साउथ एशिया के किसी भी देश पर यह सबसे कम अमेरिकी टैरिफ होगा। इससे पहले ट्रम्प ने अप्रैल में भारत पर 26% और पाकिस्तान पर 29% टैरिफ लगाने की बात कही थी। नए आदेश में ट्रम्प ने भारत को सिर्फ 1% और पाकिस्तान को 10% की बड़ी छूट दी है। पूरी खबर पढ़ें…
भारत-अमेरिका में 6 महीने बाद भी ट्रेड डील क्यों नहीं: भारत एग्रो-डेयरी सेक्टर में छूट को तैयार नहीं

भारत और अमेरिका के बीच फरवरी में ट्रेड डील पर बातचीत शुरू हुई थी। यानी 6 महीने हो चुके हैं, लेकिन दोनों देश अभी तक किसी भी नतीजे पर नहीं पहुंच पाए हैं। अमेरिका, भारत के एग्री और डेयरी सेक्टर में एंट्री चाहता है, लेकिन भारत इसके लिए तैयार नहीं है। इसके अलावा भारत अपने छोटे और मंझोले उद्योगों (MSME) को लेकर ज्यादा सावधानी बरत रहा है। अभी भारत पर अमेरिका ने 10% टैरिफ लगा रखा है। पढ़ें ट्रेड डील न हो पाने की 4 संभावित वजहें…