मुंबई6 मिनट पहले
- कॉपी लिंक

शिवसेना नेता संजय निरुपम ने मुंबई में ‘हाउसिंग जिहाद’ का आरोप लगाते हुए सरकार से जांच की मांग की है।
शिवसेना नेता संजय निरुपम ने मुंबई में ‘हाउसिंग जिहाद’ का आरोप लगाते हुए सरकार से जांच की मांग की है। उन्होंने मंगलवार को दावा किया कि मुंबई के कई इलाकों में मुस्लिम बिल्डर रिडेवलपमेंट प्रोजेक्ट के जरिए वहां से हिंदू परिवारों को हटाकर मुस्लिम परिवारों को घर दे रहे हैं।
उन्होंने कहा कि घरों का कोई धर्म नहीं होता, लेकिन मौजूदा हालात ने उन्हें यह मुद्दा उठाने को मजबूर किया है। संजय निरुपम ने सरकार से सभी मुस्लिम बिल्डरों की जांच करने की अपील की है ताकि मुंबई की पहचान को बचाया जा सके।

19 अक्टूबर को भी निरुपम ने हाउसिंग जिहाद के आरोप लगाए थे
इससे पहले 19 जून को संजय निरुपम ने दावा किया था कि इन परियोजनाओं में 220 फ्लैट अवैध रूप से बनाए गए थे और विशेष रूप से मुस्लिम खरीदारों को बेचे गए। निरुपम ने कहा कि चंदीवाला एंटरप्राइजेज के खिलाफ शिकायत पहले ही उपमुख्यमंत्री और आवास मंत्री एकनाथ शिंदे को सौंपी जा चुकी है और जांच चल रही है।
निरुपम की ै 2 बड़ी बातें..
- जांच समिति को इन परियोजनाओं में ‘हाउसिंग जिहाद’ के पैटर्न का संकेत देने वाले सबूत मिले हैं और अंतिम रिपोर्ट जल्द ही तैयार हो जाएगी। चंदीवाला एंटरप्राइजेज ने जाली दस्तावेजों का उपयोग करके फ्लोर स्पेस इंडेक्स (FSI) को धोखाधड़ी से प्राप्त किया, जिसके परिणामस्वरूप कम से कम ₹660 करोड़ का घोटाला हुआ।
- इस साजिश में शामिल सभी लोगों की जांच होनी चाहिए और दोषियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाने चाहिए। हालांकि, चांदीवाला एंटरप्राइजेज अकेला नहीं है। इनके जैसे मुंबई में करीब 20 से 25 अन्य बिल्डर हैं, जो मराठी लोगों से घर खरीदते हैं और पुनर्विकास के दौरान उन्हें विशेष रूप से मुसलमानों को बेचते हैं। उन्होंने मुंबई की सभी ऐसी परियोजनाओं की जांच करने की मांग की है।
निरूपम बोले- सनातन नहीं होता तो जितेंद्र आव्हाड ‘जित्तुद्दीन’ हो गए होते
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार गुट) के विधायक जितेंद्र आव्हाड के सनातन धर्म को लेकर दिए गए विवादास्पद बयान पर निरुपम ने सोमवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा कि यदि सनातन धर्म नहीं होता तो आज जितेंद्र ‘जित्तुद्दीन’ हो गए होते। निरुपम ने सनातन को भारत की सभ्यता और संस्कृति का रक्षक बताया।
उन्होंने कहा कि जितेंद्र आव्हाड को यह याद रखना चाहिए कि उन्हीं के पूर्वजों ने सनातन की छांव में पनाह पाई थी। निरुपम ने अपने पोस्ट में लिखा,

सनातन धर्म ने भारत की सभ्यता, संस्कृति और परंपराओं को हजारों वर्षों से जीवित रखा है। अगर सनातनी नहीं होते तो यह देश कब का सऊदी अरब बन गया होता। ऐसे धर्म को ‘आतंकवादी’ कहना सरासर एहसान फरामोशी है।
NCP-शरद के विधायक बोले- सनातन धर्म ने भारत बर्बाद किया

NCP (शरद गुट) के विधायक जितेंद्र आव्हाड ने रविवार को कहा था कि सनातन धर्म ने भारत को बर्बाद कर दिया। सनातन धर्म नाम का कोई धर्म कभी था ही नहीं। इसकी विचारधारा विकृत है। हम हिंदू धर्म के अनुयायी हैं।
उन्होंने आरोप लगाया- इसी तथाकथित सनातन धर्म ने हमारे छत्रपति शिवाजी महाराज को राज्याभिषेक से वंचित रखा, छत्रपति संभाजी महाराज को बदनाम किया। इसके अनुयायियों ने ज्योतिराव फुले की हत्या की कोशिश की।
आव्हाड का ये बयान मालेगांव ब्लास्ट के सभी 7 आरोपियों को बरी किए जाने और भगवा आतंकवाद पर जारी राजनीतिक बहस के बीच आया है। महाराष्ट्र के मालेगांव में 29 सितंबर 2008 को धमाका हुआ था। इसमें 6 लोग मारे गए थे और करीब 100 लोग घायल हुए थे। मालेगांव ब्लास्ट केस की शुरुआती जांच महाराष्ट्र ATS ने की थी। 2011 में केस NIA को सौंप दिया गया था। पूरी खबर पढ़ें…
———————————-
ये खबर भी पढ़ें…
‘बम फटा, बेटा मरा, नहीं पता मालेगांव का गुनहगार कौन’: प्रज्ञा समेत 7 आरोपी बरी, विक्टिम फैमिली बोलीं- फिर अजहर-फरहीन को किसने मारा

महाराष्ट्र के मालेगांव में रहने वाले सैयद निसार का बेटा अजहर नमाज पढ़ने निकला था। शाम को लौटते वक्त वह भीकू चौक पहुंचा। अजहर एक बाइक के बगल से गुजर रहा था, तभी ब्लास्ट हो गया। 19 साल के अजहर के अलावा 5 और लोग मारे गए। जवान बेटे की मौत पर सैयद उस दिन खूब रोए। उस दिन तारीख थी 29 सितंबर 2008.., पूरी खबर पढ़ें…