सिद्धू मूसेवाला मर्डर केस में हथियार सप्लाई के आरोपी शहबाज अंसारी एक बार फिर फरार हो गया है। दिसंबर 2022 में उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर से गिरफ्तार किया गया अंसारी, गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई को हथियार और गोला-बारूद देने का आरोपी है।
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फरवरी 2023 में अदालत ने उसे पत्नी की गर्भावस्था का हवाला देने पर 5 दिन की अंतरिम जमानत दी थी, लेकिन वह शर्तों का उल्लंघन कर अदालत में पेश नहीं हुआ। बाद में कई बार जमानत की याचिकाएं डालीं, लेकिन एनआईए की आपत्तियों के चलते खारिज होती रहीं।
पिछले महीने उसने पत्नी की सर्जरी का हवाला देकर फिर अंतरिम जमानत ली और इस बार भी बाहर आते ही फरार हो गया।
अंसारी की लोकेशन नहीं मिली, फोन भी बंद आ रहा
एनआईए के मुताबिक अंसारी की लोकेशन का पता नहीं चल पा रहा है। उसका मोबाइल फोन बंद है और जिस नंबर से वह संपर्क में था, वह असम के एक व्यक्ति के नाम पर रजिस्टर्ड पाया गया। एनआईए ने अदालत को बताया कि गाजियाबाद का जो पता उसने अदालत में दिया था, वहां भी वह अब नहीं रह रहा।
एनआईए की रिपोर्ट के अनुसार गिरफ्तारी के वक्त उसके पास से कई हथियार बरामद हुए थे। वह लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के लिए बार-बार हथियारों की डीलिंग करता था और हवाला के जरिए लाखों रुपए कमाता था। जांच में सामने आया कि जमानत देने वाला व्यक्ति भी पैसों के बदले उसकी गारंटी देने को तैयार हुआ था।

पुलिस और NIA अंसारी की तलाश में जुटी
मिली जानकारी के अनुसार एनआईए ने अदालत में अर्जी देकर 8 जुलाई को उसकी जमानत रद्द करवा दी, लेकिन नोटिस मिलने के बावजूद अंसारी अदालत में पेश नहीं हुआ। उसके वकील ने भी अदालत को बताया कि उसे अपने क्लाइंट के ठिकाने की जानकारी नहीं है। फिलहाल पुलिस और एनआईए उसे पकड़ने के लिए संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही हैं और उसके खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी करने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
3 साल पहले हुई थी हत्या
सिद्धू मूसेवाला की हत्या 29 मई, 2022 को पंजाब के मानसा जिले के जवाहरके गांव में हुई थी। वह अपनी थार जीप में दो दोस्तों के साथ जा रहे थे, जब उन पर हमलावरों ने गोलियां चलाईं। हमलावरों में 6 शूटर शामिल थे, जो लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ गैंग के थे। इस हत्याकांड को गोल्डी बराड़ ने कनाडा से बैठकर प्लान किया था, जिसमें लॉरेंस का भाई अनमोल और भतीजा सचिन थापन भी शामिल थे।