मनीषा भटनागर दोहा में फंसी हैं। उज्जैन में उनके घर लोगों का आना-जाना लगा हुआ है।
ईरान और इजराइल जंग के बीच उज्जैन की एक महिला मनीषा भटनागर दोहा में फंसी हुई हैं। वह कतर एयरवेज में सीनियर केबिन क्रू के पद पर काम करती हैं। बीते तीन वर्षों से वहीं पर हैं।
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महिला का परिवार नानाखेड़ा स्थित अभिषेक नगर में रहता है। पति रजत भटनागर सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं। उन्होंने बताया कि सोमवार रात को पत्नी का फोन आया था। वह घबराई हुई थी। उसने बताया कि मिसाइल से अटैक हो रहे हैं। घर के पास आवाजें आ रही हैं।
पति ने बताया कि इसके बाद हमने न्यूज चैनल लगाया तो देखा कि कतर में स्थित अमेरिका के सैन्य बेस पर ईरान ने हमला किया है। जिससे काफी पैनिक स्थिति बन गई थी। कुछ समय बाद फिर रजत ने पत्नी को फोन लगाया लेकिन रिसीव नहीं किया गया। इस कारण से घर परिवार के लोग परेशान हो रहे थे।
इधर, मामला सामने आने के बाद मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से बात की। उन्होंने शाह से महिला की सकुशल वापसी के लिए सहयोग का अनुरोध किया। उन्होंने अफसरों को भी केंद्र सरकार से संपर्क में रहकर महिला की वापसी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।

रजत भटनागर ने बताया कि जब मनीषा का फोन आया तो वह काफी घबराई हुई थी।
स्थिति अब सामान्य, जल्द आएगी वापस रजत भटनागर ने बताया कि जब पत्नी से संपर्क नहीं हो पा रहा था तो हमने युवा मोर्चा से जुड़े कार्तिक से बात की। उन्होंने हमारी बात मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव तक पहुंचाई। इसके बाद सीएम ने तुरंत एक्शन लिया। वहां भी अभी स्थिति सामान्य होने लगी है। मनीषा से मंगलवार को संपर्क हो गया है। वह जल्द उज्जैन आएगी। उज्जैन प्रशासन से भी फोन आया था। उन्होंने भी जानकारी ली है।

सूचना मिलते ही एम्बेसी को किया ईमेल मनीषा के पति रजत ने यह भी कहा मुख्यमंत्री के अलावा इंडियन एम्बेसी, कतर एम्बेसी, पीएमओ, सीएमओ, एविएशन डीजीसीए को भी ईमेल किया था। जिसमें मनीषा की सभी जानकारी साझा की है। सीजफायर की न्यूज के बाद कतर सीमा पर स्थिति सामान्य है।