Users are angry after Raanjhanaa’s climax was changed by AI | रांझणा का AI क्लाइमैक्स देख फैंस नाराज: बोले- कुंदन की बजाए फिल्म की आत्मा को मारा डाला; फिल्म में बदलाव से डायरेक्टर भी नाखुश


20 मिनट पहले

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हाल ही में धनुष और सोनम कपूर स्टारर फिल्म ‘रांझणा’ को थिएटर में री-रिलीज किया गया। दोबारा रिलीज में फिल्म के अंत को एआई की मदद से बदला गया है। ओरिजिनल क्लाइमैक्स में धनुष के किरदार कुंदन की मौत हो जाती है लेकिन एआई वर्जन में कुंदन जिंदा होता है और एक हैप्पी एंडिंग होती है। अब इस हैप्पी एंडिंग का एक वायरल क्लिप ऑनलाइन वायरल हो रहा है, जिसे लेकर सोशल मीडिया पर बहस हो रही है। कुछ यूजर्स इसे लेकर अपनी नाराजगी जाहिर कर रहे कुछ लोगों को ये बहुत पसंद आ रहा है।

एक यूजर ने लिखा- ‘रांझणा के क्लाइमैक्स को एआई से बदलना निश्चित रूप से एक बुरा विचार है। लेकिन हैप्पी एंडिंग देखकर मेरे अंदर कुछ ठीक हो जाता है।’ वहीं, एक यूजर ने लिखा- ‘मैं ये नहीं कह रहा कि नया क्लाइमैक्स सबसे अच्छा है, लेकिन इसे देखकर मुझे थोड़ी खुशी मिली।’

साल 2013 की ब्लॉकबस्टर फिल्म रांझणा को 1 अगस्त से इसके तमिल टाइटल अंबिकापाथी नाम से री-रिलीज किया गया है।

साल 2013 की ब्लॉकबस्टर फिल्म रांझणा को 1 अगस्त से इसके तमिल टाइटल अंबिकापाथी नाम से री-रिलीज किया गया है।

हालांकि, ज्यादातर यूजर्स एआई वर्जन के पक्ष में नहीं हैं। ऐसे ही एक यूजर ने लिखा- ‘उन्होंने कुंदन की बजाय फिल्म की आत्मा को ही मार डाला है।’

वहीं, एक दूसरे यूजर ने कहा- ‘आर्ट को कोड से ठीक करने के लिए नहीं बनाया जाता। इसे महसूस किया जाना चाहिए, इस पर बहस की जानी चाहिए, यहां तक कि इसे अधूरा भी छोड़ दिया जाना चाहिए। उन्होंने जो किया है वो एडिटिंग नहीं है। यह खत्म करना है। किसी कहानी की आत्मा को छीनकर उसकी जगह एक बेजान, निर्मित प्रतिलिपि रख देना।’

बता दें कि इस बदलाव से फिल्म के डायरेक्टर आनंद एल.राय भी खुश नहीं हैं। उन्होंने न सिर्फ इस पर आपत्ति जताई है बल्कि बिना इजाजत बदलाव करने पर प्रोडक्शन टीम को जमकर फटकार लगाई है। आनंद एल.राय ने अपने ऑफिशियल इंस्टाग्राम अकाउंट से लिखा है, ‘पिछले तीन हफ्ते मेरे लिए बेहद अजीब और गहराई से दुखद रहे हैं। रांझणा, एक ऐसा फिल्म जो संवेदनशीलता, टकराव, सहयोग और रचनात्मक जोखिम से पैदा हुई था, उसे बिना मेरी जानकारी या सहमति के बदला गया, दोबारा पैक किया गया और फिर से रिलीज कर दिया गया। यह अनुभव मेरे लिए बेहद तकलीफदेह रहा। और जो बात इसे और भी बुरा बनाती है, वह है जिस सहजता और लापरवाही से यह सब किया गया है।’

इरोज ग्रुप ने दी सफाई

इस विवाद पर फिल्म में बदलाव करने वाले इरोज मीडिया ग्रुप के चीफ एग्जीक्यूटिव प्रदीप द्विवेदी ने कहा है ये बदलाव उनकी कंपनी के लॉन्ग टर्म क्रिएटिव और कमर्शियल विजन का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि अगर बदलाव से किसी चीज को बेहतर किया जा सकता है तो क्यों नहीं किया जाना चाहिए।

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