41 मिनट पहले
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एक्टर विजय देवरकोंडा पर सट्टेबाजी ऐप प्रमोट करने के आरोप में तेलंगाना पुलिस ने केस दर्ज किया था। अब अभिनेता की टीम ने एफआईआर पर प्रतिक्रिया दी है। टीम की तरफ से प्रेस रिलीज जारी कर दावा किया गया है कि एक्टर केवल लीगल ऑनलाइन गेम को एंडोर्स करते हैं न कि अवैध सट्टेबाजी का।
विजय की टीम का दावा है कि वो बस कुछ समय के लिए कंपनी के ब्रांड एंबेसडर थे और केवल लीगल गेम का ही समर्थन करते हैं। प्रेस रिलीज में कहा गया है- ‘पब्लिक और इससे जुड़ी सभी पार्टियों को बताया जाता है कि मिस्टर विजय देवरकोंडा ने कंपनी के ब्रांड एंबेसडर के तौर पर सीमित समय के लिए ऑफिशियली कॉट्रैक्ट किया था। उनका एंडोर्समेंट केवल उन क्षेत्र और प्रदेशों तक ही सीमित था जहां ऑनलाइन स्किल बेस्ड गेमों को कानूनी रूप से अनुमति है।’

प्रेस रिलीज में भी कहा कि यह स्पष्ट करना जरूरी है कि देश के माननीय सुप्रीम कोर्ट ने स्किल बेस्ड खेल, जिनमें रम्मी जैसे ऑनलाइन गेम को बार-बार जुआ या गेमिंग से अलग बताया है। अदालत ने माना है कि ऐसे खेलों में चांस की बजाय स्किल की आवश्यकता होती है, इसलिए ये कानूनी रूप से स्वीकार्य हैं।
बता दें कि तेलंगाना के साइबराबाद के मियापुर में 32 साल के बिजनेसमैन फणींद्र सरमा ने बेटिंग ऐप को लेकर शिकायत दर्ज करवाई थी। शिकायतकर्ता ने 25 सेलिब्रिटीज और इन्फ्लुएंसर पर बैटिंग ऐप्स को प्रमोट करने और जनता को गुमराह करने का आरोप लगाया था।

मांचू लक्ष्मी प्रसन्ना तेलुगु इंडस्ट्री के फेमस एक्टर मोहन बाबू की बेटी हैं। इसके अलावा वो खुद भी एक्टर और प्रोड्यूसर हैं।
इसके बाद 19 मार्च को तेलंगाना पुलिस ने अभिनेता प्रकाश राज, विजय देवरकोंडा, मांचू लक्ष्मी और निधि अग्रवाल और राणा दग्गुबाती समेत 25 सेलिब्रिटीज और इन्फ्लुएंसर के खिलाफ केस दर्ज किया था। सभी पर अवैध बेटिंग ऐप्स को प्रमोट करने और लोगों को गुमराह करने के आरोप है। आरोप है कि इस तरह सट्टेबाजी को प्रमोट करना 1867 के सार्वजनिक जुआ कानून खिलाफ है। 25 लोगों में 6 साउथ सिनेमा के बड़े एक्टर्स हैं।