20 मिनट पहले
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दिग्गज एक्ट्रेस मुमताज ने अपने करियर के पीक पर अचानक फिल्में छोड़ने का फैसला किया था। उस वक्त वो सबसे ज्यादा फीस लेने वाली अभिनेत्रियों में शामिल थीं, लेकिन उन्होंने शादी के बाद एक्टिंग छोड़ दी और परिवार को प्राथमिकता दी।
मुमताज ने बिजनेसमैन मयूर माधवानी से 1974 में शादी की थी। मुमताज ने माना था कि उनके ससुराल वालों को पसंद नहीं था कि वो शादी के बाद भी फिल्मों में काम करें।
मुमताज ने विकी लालवानी से बातचीत में कहा था,

मेरी शादी के वक्त माधवानी परिवार ने कहा कि अब काम नहीं कर सकती। उस वक्त मैं सबसे ज्यादा पैसे लेने वाली एक्ट्रेस थी। कौन लेता था 7.5 लाख रुपए एक फिल्म के? लेकिन जब उन्होंने मना किया, तो मैंने काम छोड़ दिया।

मुमताज और मयूर माधवानी की शादी से उनकी दो बेटियां नताशा और तान्या हैं।
मुमताज का मां बनने तक का सफर आसान नहीं रहा
मयूर माधवानी की ट्रेडिशनल गुजराती फैमिली में मुमताज को खुद को ढालना पड़ा। मुमताज ने कहा था,

मैंने दाल-ढोकली, उंधिया और खांडवी बनाना सीखा। आज मैं ठीक-ठाक कुक हूं।
हालांकि, बच्चों की बात आई तो राह आसान नहीं रही थी। मुमताज ने बताया था,

मेरा कई बार मिसकैरेज हुए। नताशा के समय मैं छह महीने तक बिस्तर पर पड़ी रही, सिर्फ छत को घूरती थी। इसलिए मेरे बच्चे मेरे लिए बहुत मायने रखते हैं।
मुमताज की शादी में सब कुछ ठीक नहीं रहा। उनके पति का किसी और महिला से संबंध था।

मुमताज का जन्म 31 जुलाई 1947 को हुआ था।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, मुमताज ने इस बात को स्वीकार करते हुए कहा था कि मैं एक छोटी सी गलती की वजह से अपनी शादी नहीं तोड़ सकती थी। मेरा पति फ्लर्ट नहीं है। वो हैंडसम है, गलती हुई। मैंने उसे छोड़ने की बजाय साथ देना बेहतर समझा।
पिंकविला से बातचीत में मुमताज ने कहा था कि अक्सर मर्दों के अफेयर छुपकर होते हैं। मेरे पति का सिर्फ एक था।
मुमताज ने आगे कहा था कि उन्होंने मुझसे मना कि उन्हें अमेरिका में एक लड़की पसंद आई थी, लेकिन उन्होंने ये भी कहा कि वो मुझे कभी नहीं छोड़ेगा। मैं उसकी ईमानदारी की इज्जत करती हूं।
पति की बेवफाई से मुमताज इतनी आहत हुईं कि उन्होंने भी भारत आकर एक छोटा-सा अफेयर किया था।
मुमताज ने कहा था,

उसके बाद मैं अकेली महसूस करने लगी। मैं थोड़ी रौब वाली थी, दुखी थी। तो मैं इंडिया चली आई। जब चारों तरफ कांटे हों और कोई एक गुलाब लेकर आए, तो इंसान बहक जाता है, लेकिन वो कुछ खास नहीं था, बस एक छोटा-सा फेज था जो जल्द खत्म हो गया।

मुमताज ब्रेस्ट कैंसर सर्वाइवर भी हैं और इस पर बनी डॉक्युमेंट्री ‘1 ए मिनट’ में नजर आई थीं।
मुमताज ने करियर की शुरुआत 1961 में आई फिल्म ‘स्त्री’ से की थी। अपने करियर में लगभग 100 फिल्में करने वाली मुमताज को फिल्म ‘खिलौना’ के लिए 1970 में फिल्मफेयर का बेस्ट एक्ट्रेस अवॉर्ड भी मिल चुका है।
मुमताज अपने समय में एक्ट्रेस के साथ कमाल की डांसर भी रही हैं। उनकी फिल्मों में उनके डांस परफॉर्मेंस को ऑडियंस हमेशा पसंद करती थी।
मुमताज मूल रूप ईरान की रहने वाली हैं। उन्होंने ‘ब्रह्मचारी’ (1968), ‘राम और श्याम’ (1967), ‘आदमी और इंसान’ (1969) और ‘खिलौना’ (1970) जैसी कई हिट फिल्मों में काम किया है।
1990 में मुमताज ने फिल्म ‘आंधियां’ से कमबैक की कोशिश की, लेकिन फिल्म बॉक्स ऑफिस पर नहीं चली। इसके बाद उन्होंने दोबारा फिल्मों में वापसी नहीं की।